shishu-mandir

संशोधित प्राथमिक शिक्षक भर्ती नियमावली पर टीईटी प्रशिक्षितों का चढ़ा पारा

Newsdesk Uttranews
4 Min Read

सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिये किया हवन

चरणबद्ध आंदोलन का किया ऐलान

देहरादून। विगत 14 दिसंबर को कैबिनेट द्वारा उत्तराखण्ड में प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती नियमावली में संशोधन पर बीएड टीईटी प्रशिक्षितों का पारा चढ़ गया है। बेरोजगारों ने इसे अन्याय बताते हुए मंगलवार को शिक्षा निदेशालय देहरादून में साफ सफाई की और सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिये हवन यज्ञ किया।

बीएड टीईटी पास बेरोजगारों ने कहा कि संगठन लंबे समय से प्राथमिक शिक्षक सेवा नियमावली को पूर्व के वर्षों की भांति वर्षवार करने की मांग को लेकर आंदोलनरत है और प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों विधायकों को अपनी व्यथा सुना चुका है। लेकिन विगत 14 दिसंबर को प्राथमिक शिक्षक भर्ती नियमावली में संशोधन ने उन्हे हतप्रभ कर दिया। बेरोजगारों ने सरकार से प्राथमिक शिक्षक भर्ती नियमावली में प्रशिक्षण वर्ष की ज्येष्ठता को आधार बनाने की मांग करते हुए संशोधित नियमावली का शासनादेश अतिशीघ्र जारी करवाने की मांग की। बेरोजगारों ने कैबिनेट में लिए गए निर्णय के खिलाफ अपना विरोध जताने के लिए सप्ताह भर का विरोध कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की है।

18 दिसंबर को अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बेरोजगारों ने शिक्षा निदेशालय में शासन तथा प्रशासन के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया और देशालय में सफाई अभियान 19 दिसंबर को सुबह 9 बजे शिक्षामंत्री आवास यमुना कॉलोनी में माननीय शिक्षामंत्री जी से मुलाकात कर इस नियमावली को संशोधित करने की मांग करेगें। बीएड टीईटी प्रशिक्षित महांसघ ने 20 दिसंबर से भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया और इसी दिन शाम को 6 बजे गांधी पार्क से घंटाघर तक सभी बीएड प्रशिक्षित कैंडल मार्च निकालकर अपना रोष व्यक्त करेंगे । इसके बाद 21 दिसंबर को बेरोजगारों ने शिक्षा निदेशालय में तालाबंदी की घोषणा की है।

22 दिसंबर को बेरोजगारों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्य के राज्यपाल, राज्य के मुख्यमंत्री , शिक्षा मंत्री को खून से पत्र लिखकर सभी बेरोजगार को स्वैछिक मृत्यु देने के लिए अनुरोध करेंगे । 23 दिसंबर को बेरोजगार ठेला लगा कर पकोड़े तलकर बेचेंगे । और 24 दिसंबर को सचिवालय कूच के कार्यक्रम का ऐलान बीएड टीईटी प्रशिक्षत महासंघ ने किया है।
बेरोजगार 25 दिसंबर को सुबह 11 बजे गांधी पार्क से घंटाघर तक सभी बीएड भीख मांग कर अपना रोष व्यक्त करेंगे ।

आज हुई सभा में बेरोजगारों ने कहा कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मनमानी के चलते उनका भविष्य अंधकारमय हो गया है। पहले तो 31 मार्च 2016 के बाद बीएड प्रशिक्षितों के प्राथमिक शिक्षक बनने के अवसर खत्म हो गये थे लेकिन संगठन की पहलकदमी के बाद केन्द्र सरकार ने बीएड टीईटी पास अभ्यर्थियों को भी प्राथमिक शिक्षक ​भर्ती नियमावली में शामिल करने का आदेश दिया था। लेकिन केन्द्र से एक्सेंटशन आने के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी एक्सटेंशन की फाइल पर कुडंली मारे बैठे रहे और जब 14 दिसंबर को संशोधित शासनादेश कैबिनेट से पास हुआ तो सभी बेरोजगार सकते में आ गये। बेरोजगारों ने चेताते हुए कहा कि सरकार उनके सब्र का इम्तहान ना ले।