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Pithoragarh- आजादी के आंदोलन में राजा महेंद्र प्रताप के योगदान को किया याद

Newsdesk Uttranews
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पिथौरागढ़। आजादी के आंदोलन के दौरान क्रांतिकारियों की 1915 में काबुल में गठित प्रथम भारत की सरकार के राष्ट्रपति राजा महेंद्र प्रताप सिंह के जन्मदिवस पर बुधवार 1 दिसंबर को नगर स्थित कच्चाहारी कुटी में स्मरण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें राजा महेंद्र प्रताप के आजादी के आंदोलन में योगदान को याद किया गया। वक्ताओं ने कहा कि स्वतंत्रता भीख में नहीं मिली, बल्कि बलिदानों से मिली है।

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इस अवसर पर स्वामी गुरुकुलानंद कच्चाहारी ने कहा कि राजा महेंद्र प्रताप ने शिक्षा के प्रसार के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी तथा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय को खूब दान दिया। साथ ही देश में प्रथम तकनीकी संस्थान की स्थापना की। डॉ. तारा सिंह ने कहा कि रूस के महान नेता लेनिन ने राजा महेंद्र प्रताप को राष्ट्राध्यक्ष का सम्मान दिया। उन्होंने विदेशों में भारत की स्वतंत्रता की आवाज को बुलंद किया। उन्होंने कहा कि ऐसे महान राष्ट्रवादी को राजनीतिक संर्कीणता में भुला दिया गया, जबकिक राजा महेंद्र प्रताप एक आदर्श जन नायक थे।


जयप्रकाश देवलाल ने कहा कि समाज की बेेहतरी के लिए हमें अपने शहीदों का याद रखना ही होगा। राहुल कुमार ने कहा कि राजा महेंद्र का त्याग व राष्ट्रभक्ति हमारी धरोहर है। कार्यक्रम में गंगा दत्त जोशी, गोपाल दत्त सती, नीरज धामी, नम्रता, रोहित फुलेरा, मनोहर सिंह जेठी, आशा बिष्ट व गौरव आदि मौजूद थे।