अब अगर आपके पास राशन कार्ड नहीं है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। उत्तराखंड सरकार जल्दी नई व्यवस्था लाने जा रही है जिसमें बिना राशन कार्ड आयुष्मान भारत योजना का लाभ आपको मिलेगा यानी अब हर पात्र व्यक्ति को सालाना ₹500000 का कैशलेस इलाज बिना राशन कार्ड के दिया जाएगा
क्या है योजना में नया?
अब तक आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए सक्रिय राशन कार्ड की जरूरत होती थी यदि किसी का राशन कार्ड डिजिटल रूप से मान्य नहीं है तो आयुष्मान कार्ड का लाभ नहीं मिल पाता था लेकिन उत्तराखंड सरकार ने अब इसे खत्म कर दिया है।
नई व्यवस्था के तहत ‘परिवार रजिस्टर’ को भी आधार माना जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ मिल सके।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने अधिकारियों को यह प्रस्ताव कैबिनेट के सामने रखने का निर्देश दिया है। सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी जरूरतमंद स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रह जाए।
कितने लोग ले रहे हैं योजना का लाभ?
13.99 लाख राशन कार्ड पर फिलहाल योजना लागू है
60.81 लाख लाभार्थी इससे जुड़े हुए हैं
59 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड राज्य में पहले ही बन चुके हैं
283 सरकारी और निजी अस्पतालों में यह योजना लागू है
अब तक केवल राशन कार्ड आधारित पात्रता को ही मान्य माना जाता था लेकिन नई नीति में उन्हें भी मौका मिलेगा जो अन्य किसी तकनीकी कारण से इस सुविधा से वंचित हैं। सरकार ने सभी ब्लॉकों से कार्डधारकों की संख्या मांगी है और कार्डों की जांच प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, जिससे योजना का लाभ सही लोगों तक पहुंचे।
वय वंदना कार्ड: वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सुविधा
इसके साथ ही 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए ‘आयुष्मान वय वंदना कार्ड’ भी जारी किए जा रहे हैं। इसकी खास बात यह है कि इसके लिए कोई आय या अन्य शर्त नहीं है—बस उम्र 70 या उससे अधिक होनी चाहिए।
