PMMY की ‘तरुण प्लस’ योजना ने पकड़ी रफ्तार, 20 लाख तक का लोन बना कारोबारियों की पहली पसंद

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के अंतर्गत शुरू की गई ‘तरुण प्लस’ श्रेणी को देशभर के छोटे व्यापारियों और स्टार्टअप्स ने हाथोंहाथ लिया है। वर्ष 2024-25…

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प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के अंतर्गत शुरू की गई ‘तरुण प्लस’ श्रेणी को देशभर के छोटे व्यापारियों और स्टार्टअप्स ने हाथोंहाथ लिया है। वर्ष 2024-25 के पहले चार महीनों में ही इस स्कीम से 25 हजार से अधिक नए लाभार्थी जुड़ चुके हैं। बैंकों की ओर से इन सभी पात्र आवेदकों को कुल 3,790 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए गए हैं, जो दर्शाता है कि योजना को लेकर उत्साह किस स्तर पर है।

‘तरुण प्लस’ उन उधारकर्ताओं के लिए लाई गई है जिन्होंने पहले ‘तरुण’ श्रेणी के तहत लिया गया कर्ज सफलतापूर्वक चुकता कर दिया है। ऐसे लाभार्थियों को दोबारा बिना किसी गारंटी के 20 लाख रुपये तक का ऋण मुहैया कराया जा रहा है। इससे छोटे कारोबारियों को अपने व्यवसाय को और विस्तार देने में काफी मदद मिल रही है।

इस स्कीम की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जुलाई 2024 के बजट भाषण में की थी, जिसे आधिकारिक रूप से 25 अक्टूबर 2024 को अधिसूचित किया गया। योजना का लाभ उत्पादन, व्यापार, सेवा और कृषि जैसे क्षेत्रों से जुड़े उद्यमी उठा सकते हैं।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत 8 अप्रैल 2015 को हुई थी और तब से अब तक यह योजना देश में स्वरोजगार को बढ़ावा देने का एक मजबूत माध्यम बन चुकी है। अब तक 52.37 करोड़ ऋण स्वीकृत किए जा चुके हैं, जिनकी कुल राशि 33.65 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है। इन ऋणों में महिलाओं की भागीदारी 68% रही है, जबकि 50% से अधिक लोन SC, ST और OBC वर्ग के लोगों को मिले हैं। योजना के तहत औसत ऋण राशि भी बढ़कर 1.05 लाख रुपये हो गई है, जो पहले केवल 40,000 रुपये थी। साथ ही, एनपीए अनुपात घटकर अब 2.21% पर आ गया है, जिससे यह भी साबित होता है कि ऋण लेने वाले लोग समय पर भुगतान कर रहे हैं।

‘तरुण प्लस’ जैसी नई पहल इस योजना को और अधिक प्रभावशाली बना रही है और देश के छोटे व्यापारियों को आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर दे रही है।