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वेबिनार (webinar) में खुलकर बोले लोग- सड़क पर पहला हक राहगीरों का

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा, 29 अक्टूबर 2020- अमन-समनेट की ओर से गुरूवार को अल्मोड़ा में एक वेबिनार (webinar) का आयोजन किया गया। इस वेबचर्चा में लोगों ने कहा कि सड़क पर पहला हक राहगीरों का है और नीतिनिर्धारकों को इस ओर जरूर ध्यान देना होगा।

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लोगो ने अल्मोड़ा जैसे सड़क में फुटपाथ, स्कूलों ओर व्यस्त स्थानों पर राहगीरों के लिए जेब्रा क्रासिंग बनाने की जरूरत को प्रमुखता से उठाई। वेबिनार webinar को संबोधित करते हुए पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने कहा कि अल्मोड़ा नगर में यातायात का बढता बोझ राहगीरों के अधिकारों में आड़े आ रहा है उन्होंने कहा कि नए पार्किग बनाने के साथ ही हम यदि अतिक्रमण को लेकर सजग रहे तो काफी हद तक पैदल चलने वालो के लिए सुरक्षित पथ बन सकेंगे।

उन्होंने कहा कि पालिका स्तर से वह लगातार सरकार द्वारा बनाई गई सड़क सुरक्षा समिति के सम्मुख यह बात उठाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, पीडब्लूडी को भी संयुक्त रूप से इस संबंध मे सोचना होगा।

पुणे से राष्ट्रीय स्तर पर पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए कार्य करने वाले समनेट के सुजीत पटवर्द्धन ने कहा कि लगातार पार्किग बनाना भी इसका हल नहीं है। सार्वजनिक यातायात को जरूर बढ़ावा देना होगा। (webinar)

अल्मोड़ा में उत्तरायणा टे​ली मेडिसिन सेंटर के उद्घाटन पर हुई वेबिनार(Webinar), वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. ओपी यादव ने दिया हृदय रोग पर व्याख्यान

उन्होंने कहा कि पुणे जैसे शहर में भी प्रतिदिन 700 से 800 वाहन पंजीकृत होते हैं। ऐसी स्थिति में घर में गैराज या सीमित पार्किग इस समस्या का हल नहीं है। इसके लिए विशेष नीति नीतिनिर्धारकों की ओर से बनाई जानी चाहिए। वेबिनार (webinar) में पुलिस विभाग की ओर से एसएसपी के प्रतिनिधि यातायात निरीक्षक जीएस हरड़िया शामिल हुए। उन्होंने भी कहा कि विभाग लगातार अपने संशाधनों से नियमों के तहत यातायात नियंत्रण और लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरुक करते आ रहा है। 


वेबिनार webinar में अमन के संयोजक रघु तिवारी ने कहा कि पैदल यात्रियों के अधिकारों का संरक्षण सरकार के एजेंडे मे होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि समनेट के साथ किए गए लंगे अध्ययन, जनजागरुकता ओर कार्यशालाओं के बाद कई जरूरी कदम उठाने की जरूरत सामने आई है। उन्होंने कहा कि हमे सार्वजनिक यातायात की ओर बढ़ना चाहिए।

क्योंकि नीजि वाहन कभी भी सार्वजनिक यातायात की कमी को पूरा नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के दौरान जहां सार्वजनिक वाहन बंद हुए उसने आवागमन की समस्या को विकराल कर दिया।

उन्होंने कहा कि यह हमे सोचना होगा कि साइकिल कहां चलेगी, राहगीर कहां चलेगा यह हमे सोचना होगा। अमन से नीलिमा भट्ट ने भी कहा कि अल्मोड़ा में सिटी बस, जेब्रा क्रासिंग और फुटपाथ के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है साथ ही वह पिछले एक साल से इस मुद्दे को समाज और प्रशासन के सम्मुख रख रहे हैं।

प्रोफेसर आराधना शुक्ला ने किया अंतराष्ट्रीय वेबीनार (webinar) को संबोधित

सामाजिक कार्यकता विनीत बिष्ट ने कहा कि चर्चा के साथ ही जिम्मेदार लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। लता पांडे ने सड़क सुरक्षा परिषद बनाने की मांग उठाई। साथ ही स्कूलों और अस्पतालों के समीप जेब्रा क्रासिंग बनाने की मांग की कहा कि इस अस्तव्यस्ता का सबसे अधिक परेशानी राहगीर ही भुगतता है। सामाजिक कार्यकर्ता गोविंद गोपाल ने कहा कि यातायात की यह समस्या शहरों के बाद अब कस्बों तक पहुंच गया है इसलिए अब दीर्घकालीन निर्णय बनाने ही होंगे|


वेबिनार में सामाजिक कार्यकर्ता लता पाडे, विनीत बिष्ट, विनय किरौला,संजय पांडे,कल्याण मनकोटी, दीपक मेहता, गिरीश गोस्वामी, दयाकृष्ण कांडपाल, दन्या से गोविंद गोपाल, आशीवार्द गोस्वामी,डा. ललित जोशी, कल्याण मनकोटी, पत्रकार किशन जोशी, मनोज सिंह पंवार, प्रमोद जोशी सहित अनेक लोगों ने आन लाइन जुड़ कर अपने विचार रखे। इन वक्ताओं ने एलआरसाह सड़क में सड़क की स्थिति पर भी खुल कर अपनी बात रखी।