People came on the road for water in Gagar village, drinking water corporation and Jal Sansthan accused
पाटी(चम्पावत), 28 नवंबर 2022- गागर समेत तीन गांवों की पेयजल योजना से एक और अन्य गांव को पानी देने की भनक लगते ही गागर गांव के लोगों में आक्रोश फैल गया।
सैकड़ों की संख्या में लोगों ने गांव की सड़क पर पहुंच जल संस्थान और पेयजल निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। तीन किमी दूर तक विभाग के खिलाफ जनाक्रोश रैली निकाल कर कड़ा विरोध जताया। जबरन अन्य गांव को पानी देने पर पेयजल निगम और जल संस्थान कार्यालय पर धरना प्रदर्शन और भूख हडताल करने की चेतावनी दी।
सोमवार को गागर स्थित गर्ग ऋषि मार्ग के समीप सड़क पर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि केदारनाथ के नीचे गधेरे से किमाड़, रीठाखाल,बोराचापड और अंतिम ग्राम पंचायत गागर के लिये पेयजल योजना बनी है,लेकिन जल संस्थान और पेयजल निगम मिली भगत कर बीच से ही एक अन्य गांव के लिये पानी जोड़ने की तैयार कर रहे हैं।आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा पहले ही जल संस्थान योजना से जुडे गांवों तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंचा पा रहा है, लेकिन एक अन्य गांव को बीच से ही पानी देने पर रीठाखाल और गागर में भीषड़ जल संकट छा जाएगा। ग्रामीणों ने मांग नहीं मानने पर दोनों विभागों के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने इस बारे में जल संस्थान को सूचना दे दी है।
गागर में गर्ग ऋषि आश्रम को जाने वाले मार्ग से गंग नाथ मंदिर तक यहा से फिर वापस डेड किमी दूर सरकारी अस्पताल तक जनाक्रोश रैली निकाली गई।
गागर में ये हैं पेयजल कनेक्शन
स्पेशल पोस्ट 57
सार्वजनिक पोस्ट ( स्टैंड)13
गागर गांव के लिये एकल पेयजल योजना बनाने की मांग
ग्रामीणों ने कहा कि तीन गांवों के लिये बनी पेयजल योजना में सबसे अधिक स्पेशल और स्टैंड पोस्ट अंतिम गांव गागर में हैं। इसके बाद भी गागर के लिये अलग पेयजल योजना नहीं है।ग्रामीणों ने गांव के लिये एकल पेयजल योजना बनाने की मांग की।
ये रहे मौजूद
ग्राम प्रधान गागर तुलसी देवी, गिरीश भट्ट, सामाजिक कार्यकर्ता परमानंद उपाध्याय, पूर्व सरपंच लीलाधर भट्ट, पूर्व प्रधान प्रेम राम, दीवान राम, प्रकाश भट्ट, नरोत्तम भट्ट, केशव दत्त, लछम दत्त, जगदीश राम, जोशी,पिताम्बर जोशी, हीरा बल्लभ, नवीन भट्ट, बसंती,हेमा,दीपा, भागरथी, दुर्गा, नीलावती,रेवती, माधवी, तुलसी देवी,जीवन कुमार, सावरती, दीपक, पंकज, जीवन भट्ट, योगेश समेत 100से अधिक ग्रामीण मौजूद रहे।