प्रदेश में सरकार ने अब धार्मिक आस्था से जुड़े इलाकों को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने तय किया है कि चारधाम यानी केदारनाथ बदरीनाथ गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ साथ अब कुछ और धार्मिक जगहों पर भी शराब की बिक्री पूरी तरह बंद रहेगी। इसके साथ पूर्णागिरी रीठा साहिब हेमकुंड साहिब और नानकमत्ता को भी मद्य निषेध क्षेत्र घोषित कर दिया गया है।
इस फैसले के बाद इन सभी तीर्थ स्थलों के आसपास अब शराब की कोई दुकान नहीं खुलेगी। सरकार का कहना है कि इन जगहों की पवित्रता बनाए रखने और श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करने के लिए यह फैसला जरूरी था। खासकर ऐसे वक्त में जब इन स्थानों पर देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं तो वहां शराब जैसी चीज़ों की मौजूदगी उनकी आस्था को ठेस पहुंचा सकती है।
सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि इस नियम का सख्ती से पालन कराया जाएगा। अगर किसी ने इन क्षेत्रों में शराब बेचने या लाने की कोशिश की तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। मद्य निषेध का दायरा बढ़ने के बाद इन जगहों को पूरी तरह धार्मिक और शांत वातावरण में रखा जाएगा जिससे श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो और उनका विश्वास बना रहे।
सरकार के इस फैसले का कई संगठनों और स्थानीय लोगों ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि लंबे समय से यह मांग की जा रही थी कि धार्मिक स्थलों के आसपास नशे से जुड़ी कोई गतिविधि न हो और अब यह कदम उस दिशा में एक मजबूत पहल साबित होगा।