पहाड़ों पर हो रही बारिश अब जानलेवा साबित हो रही है। जिले के ओखलकांडा ब्लॉक के तल्ली पोखरी चकसैदला गांव में बीते दिन को हुए एक दर्दनाक हादसे ने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया। ग्राम पंचायत पोखरी की सरपंच चंपा देवी की मौत ने सभी को दुखी कर दिया है।
बताया जा रहा है चंपा देवी सुबह के समय घास काटने के लिए पास के जंगल में गई थी। इस दौरान अचानक एक भारी पत्थर टूट कर गिर गया और चंपा देवी उसकी चपेट में आ गई। पत्थर लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गई जिसके पास ग्रामीण और परिजनों ने अस्पताल ले गए जहां दुर्भाग्य वश रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।
चंपा देवी की मौत से पूरा गांव शोक में डूब गया है। वह न केवल लोकप्रिय सरपंच थी बल्कि सामाजिक कार्यों के लिए भी जानी जाती थी। उनके योगदान को हर ग्रामीण याद कर रहा है।
बताया जा रहा है कि उन्होंने हमेशा गांव के विकास और कल्याण के लिए काम किया ग्रामीणों को खाने की लगातार हो रहा है। भूस्खलन और पत्थरों की गिरने से उनका गांव हमेशा खतरे में रहता है। पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से गांव वाले हमेशा डरे हुए रहते हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की की पहाड़ी इलाकों में सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किया जाए ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में ना हो।
स्थानीय प्रशासन ने हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि बारिश के दौरान ढालदार इलाकों और जंगलों में लोगों को अधिक सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन का यह भी कहना था कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
चंपा देवी की मौत से उनके परिवार में कोहराम मच गया है। उनके निधन से पूरे इलाके में शोक की लहर फैल गई है। यह घटना एक बार फिर से पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और पत्थरों के गिरने की समस्या को उजागर करती है, जिससे वहां रहने वाले लोग हमेशा आशंकित रहते हैं।
