आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई कलयुग की दुर्गा, 4 दिन पूर्व लावारिस मिली नवजात ने नवमी की रात अस्पताल में तोड़ा दम

उत्तरा न्यूज डेस्क
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पिथौरागढ़ में लावारिस हालत मिली थी नवजात

अल्मोड़ा:- शारदी़य नवरात्रों में जहां लोग घरों में मिट्टी की मां दुर्गा की प्रतिमा प्रतिष्ठत कर पुण्य कमा रहे थे वहीं कन्या पूजन कर परलोक सुधारा जा रहा था वहीं कोई जीती जागती नवजात कन्या को पिथौरागढ़ सीमा में मरने के लिए छोड़ गया| दुर्गामहोत्सव के उल्लास के दौरान ही इस नवजात पर कुछ लोगों की नजर पड़ी जो इसे अस्पताल लाए| बच्ची की हालत तब तक काफी चिंतनीय हो गई थी बच्ची के शरीर पर चींटीयां लग गई थी| बच्ची को पीलिया हो गया था| 16 अक्टूबर को इस बच्ची को अल्मोड़ा महिला चिकित्सालय़ लाया गया था| यहा डाक्टरों ने अपने स्तर से उसे बचाने की काफी कोशिश की लेकिन गुरुवार की रात इस नवजात ने दम तोड़ दिया| यह नवजात तो इस निष्ठुर संसार से विदा हो गई लेकिन मानवता के शर्मशार कर देने वाले चेहरे का परिचय करा गया| बच्ची को सड़क किनारे फैंकने वाले हाथ एक बार भी नहीं कांपे | यह निष्ठुरता की ताकत एक मां को यूं ही नही होती इस हिम्मत के लिए कलेजे को तार तार करना पड़ा है जिसमे सामाजिक बंदिशों का भी कम योगदान नहीं है| कुल मिलाकर मिट्टी की प्रतिमा के आगे आस्था तो बढ़ रही है लेकिन जीती जागती नन्हीं कन्या के प्रति आज भी दोयम दर्जे का व्यवहार होता है| पूरी मानव कायनात कहीं ना कहीं इस घटनाक्रम के प्रति जबाबदेह मानी ही जाएगी|

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