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क्यों खफा है बीएड टीईटी बेरोजगार

Newsdesk Uttranews
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उत्तरा न्यूज डेस्क

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बीएड टीईटी बेरोजगारों ने आजकल सरकार के खिलाफ आंदोलन का रूख अख्तियार किये हुआ है। सचिवालय घेराव, मुख्यमंत्री आवास घेराव कार्यक्रम के बाद बेरोजगारों ने 23 जनवरी शिक्षा मंत्री के घर के बाहर धरना दिया और मुलाकात ना होेने तक वही जमने का ऐलान भी कर दिया था। उसी राज 11 बजे पुलिस ने जबरन उठाकर परेड ग्राउंड स्थित पहुचा दिया। बीेते दिवस बेरोजगारों ने अपने खून से पत्र लिखकर सरकार तक अपनी पीड़ा पहुचानें का प्रयास किया।

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बेरोजगारों की पीड़ा यह है कि बीएड टीईटी प्रशिक्षितों को शिक्षक बनने की पात्रता प्रदान किये जाने के बाद सरकार ने 14 दिसंबर को प्राथमिक शिक्षक भर्ती नियमावली की पात्रता में संशोधन कर इसे ज्येष्ठता के स्थान पर श्रेष्ठता कर दिया। इससे बेरोजगार सरकार से खफा चल रहे है। 20 जनवरी को प्राथमिक शिक्षा सेवा नियमावली में किये गए पंचम संशोधन के विरोध में बीएड टी.ई.टी प्रशिक्षित बेरोजगारों ने शिक्षा निदेशालय में राष्ट्रपति, माननीय प्रधानमंत्री, राज्यपाल उत्तराखण्ड, माननीय उत्तराखण्ड, शिक्षामंत्री उत्तराखण्ड को खून से पत्र लिखकर सभी से बीएड प्रशिक्षितों के हेतु विगत 25 वर्षों से गतिमान चयन प्रक्रिया को यथावत रखने की गुहार लगाई ।

बेरोजगारों ने 14 दिसंबर 2018 की कैबिनेट बैठक में प्राथमिक शिक्षा सेवा नियमावली में किये गए पंचम संसोधन को यथाशीघ्र निरस्त करने की मांग की। तथा बीएड प्रशिक्षितों के लिए वर्षों से चली आ रही चयन प्रक्रिया बीएड प्रशिक्षण वर्ष की ज्येष्ठता तथा श्रेष्ठता को नियमावली में यथावत रखने की मांग की । इस दौरान दर्जनो बीएड टीईटी प्रशिक्षित मौजूद रहे।