shishu-mandir

भारत नेपाल के जैवविविधता प्रबंधन एवं संरक्षण पर तीन दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

Newsdesk Uttranews
2 Min Read

पिथौरागढ़। कैलाश पवित्र भूमि संरक्षण एवं विकास पहल परियोजना के तहत ई0सी0मोड0 नेपाल व भारत के तत्वाधन चलाये जा रहे प्रकति आहवान विषयवस्तु पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन जनपद पिथौरागढ के नगर पालिका सभागार में किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि, जनपद पिथौरागढ के प्रभागीय वनाधिकारी डा0 विनय भार्गव थे। इसके अलवा श्री हसंराज भटटा (मेयर महाकाली मुनिसीपलटी, नेपाल), श्रीमती यशोदा तीनकरी (बियांसी रगं कल्याण समाज, धारचूला), श्री जनक पदय (औद्योगिक पर्यटन मंत्रालय नेपाल), डा0 चन्द्रा गुरूगं, इसके अलवा ई0सी0मोड0 नेपाल प्रतिनिधि डा0 जानिता गुरूगं ( प्रोगाम मैनजर कैलाश परियाजना, ई0सी0मोड0 नेपाल), जी0 बी0 पन्त हिमालय पर्यावरण एवं सतत विकास कोसी अल्मोडा, भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून के से शोधार्थी आदि उपस्थित थे।

new-modern
gyan-vigyan

कार्यक्रम कि शुरूवात कैलाश भू- क्षेत्र में चल रहे वर्तमान परियोजनो एवं जन -समुदायो के कार्यो का प्रस्तुतीकरण दिया गया। जिसमें सर्वप्रथम वन प्रभाग पिथौरागढ के प्रभागीय अधिकारी डा0 विनय भार्गव द्वारा समुदाय के प्रयास से मुन्सायरी, पिथौरागढ में विकसित किये गये Tourism based growth center के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया गया उन्हे बताया कि कैसे विभाग अैर स्थानीय जन समुदायों के परस्पर मिल कर कार्य किया है। इसे बाद सिक्योर हिमालय परियोजना का परिचय श्री भास्कर जोशी परियोजना सहयोगी द्वारा जिसमें परियोजना के घटको में हिम तेंदुओं, आजीविका संर्वधन, एवं वन्यजीव अपराध के विषय पर चर्चा किये गये। इसके अलवा भारतीय वन्यजीव संस्थान के शोधार्थी व जी0 बी0 पन्त हिमालय पर्यावरण एवं सतत विकास कोसी अल्मोडा के डा0 कपिल बिष्ट ने झुला घास (लाइकेन) के प्रजातियों एवं उपयोग पर प्रस्तुकरणी दिया। कार्यशाला में दारमा- बिंयास भारत, नेपाल धारचूला के स्थानीय जन सहित लगभग 50 प्रतिभागीयों ने प्रतिभाग किया।

saraswati-bal-vidya-niketan

उत्तरा न्यूज की खबरें व्हाट्सएप पर सबसे पहले पाने के लिए 9456732562, 9412976939 और 9639630079 पर फीड लिख कर भेंजे…..
आप हमारे फेसबुक पेज ‘उत्तरा न्यूज’ व न्यूज ग्रुप uttra news से भी जुड़कर अपडेट प्राप्त करें| click to like facebook page
यूट्यूब पर सबसे पहले अपडेट पाने के लिए youtube पर uttranews को सब्सक्राइब करें। click to see videos