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कूड़े के ढेर से निजात नही मिल रही लोहाघाट को

Newsdesk Uttranews
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ललित मोहन गहतोड़ी

चम्पावत। लोहाघाट नगर स्थित आंतरिक रिंग रोड और उसके आसपास के दायरे में बिखरे कूड़े  से लोगों कोनिजात नहीं मिल रही है। जहां तहां फैला जैविक के साथ ही अजैविक कूड़ा भी आवारा छोड़े गोवंश सहित अन्य जानवरों के पेट का निवाला बन रहा है। स्थानीय युवाओं की ओर से अजैविक कूड़ा निस्तारण को लेकर ठोस पहल करने की बात कही जा रही है।

बताते चलें पिछले दो दशक से जनसंख्या दबाव बढ़ने के चलते नगर में कूडे की समस्या भी बढ़ी है। नगर पंचायत की ओर से अनेक जगह कूड़ेदान लगाये जाने के बावजूद संसाधन कम पड़ गये। बहुत हद तक जाने अंजाने अपने आसपास कूड़ा फैला रहे लोग इसमें भागीदार बने रहे । इस दौरान बिखरे जैविक कूडे के साथ ही अजैविक कूड़ा भी गोवंश, बकरी, कुत्ता, बंदर आदि मूक जानवरों का निवाला बनता रहा। प्रमुख पर्यावरणविदों का कहना है समय रहते स्थिति नहीं सुधारी गयी तो आने वाले समय में इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। स्थानीय नागरिकों की ओर से इस मामले को लेकर जल्द ही जिले के आला अधिकारियों के समक्ष गुहार लगाए जाने की बात कही है। माना जा रहा है कि पिछले दो-तीन दशक के अंतराल में नगर में जनसंख्या दबाव बढता रहा इसके साथ ही मौजूदा संसाधन भी कम पड़ते गये।

कूड़े के साथ न फेंके कांच प्लास्टिक आदि
जैविक कूड़े के साथ बिखरे प्लास्टिक, कांच, ब्लेड आदि अजैविक कूड़ा इन मासूम जानवरों के पेट में पहुंचकर उसे नुकसान पहुंचा रहा है। अजैविक कूड़ा खाने के कुछ महीनों बाद जानवर में गंभीर बीमारी के लक्षण नजर आने लग जाते हैं। इसके चलते कभी कभी तो जानवरों की मौत तक हो जाती है।