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किसानों को दी आय अर्जन की जानकारी, द्वाराहाट के छानागोलू में काश्तकारों की शंका का किया समाधान, किसानों को बांटे आइपीएम किट

Newsdesk Uttranews
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किसानों को दी आय अर्जन की जानकारी, द्वाराहाट के छानागोलू में काश्तकारों की शंका का किया समाधान, किसानों को बांटे आइपीएम किट

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अल्मोड़ा- कृषि विभाग द्वारा संचालित नेशनल मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एंड टेक्नोलॉजी आत्मा योजना अंतर्गत विकासखंड द्वाराहाट न्याय पंचायत छानागोलू के ग्राम गोफा बासूली सेरा में चयनित फार्म स्कूल (कृषि) में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम व आईपीएम किट वितरण एवं “न्यू इंडिया मंथन संकल्प से सिद्धि “वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने संबंधित बैठक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दीपा देवी, प्रधान, ग्राम – गुफा बासुली सेरा द्वारा की गई। कार्यक्रम में कृषि विभाग से मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह , वैज्ञानिक डॉ. कंचन नैनवाल कृषि विज्ञान केंद्र मटेला डॉ. आरपी सिंह मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (द्वाराहाट), डॉ. कनिका पांडे – पशु चिकित्सा अधिकारी (बग्वाली पोखर), डॉ भारती सिंह सहायक कृषि अधिकारी वर्ग (मुख्य कृषि अधिकारी कार्यालय अल्मोड़ा), अंबा दत्त पांडे सहायक कृषि अधिकारी वर्ग -2 (मुख्य कृषि अधिकारी कार्यालय अल्मोड़ा), गोपाल दत्त चबडाल – उपरियोजना निदेशक आत्मा (मुख्य कृषि अधिकारी कार्यालय अल्मोड़ा), गणेश दत्त जोशी- विकासखंड प्रभारी (द्वाराहाट) श्रीपाल सिंह वर्मा न्याय पंचायत प्रभारी (कफड़ा), हरीश राम आर्या सहायक विकास अधिकारी,उद्यान (बग्वाली पोखर) अशोक कुमार जोशी न्याय पंचायत प्रभारी (छाना गोलू), रोहताश कुमार -न्याय पंचायत प्रभारी (कामा), रोहित कुमार राठी- ब्लॉक तकनीकी प्रबंधक, आतमा (द्वाराहाट)आदि अधिकारी/ कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम में कृषि विभाग से उपस्थित मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह द्वारा कृषि विभाग के माध्यम से संचालित योजनाओं की जानकारी देते हुए फार्म स्कूल के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही “न्यू इंडिया मंथन संकल्प से सिद्धि” वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के संबंध में कृषकों को समूह बनाकर कृषि क्षेत्र में कार्य करने के लिए अपील की गई , तथा समूह के माध्यम से सभी को एक साथ मिलकर कार्य करने से समय, धन,आदि में बचत और उत्पादन में अधिकता के बारे में बताया गया। कृषकों को एक क्षेत्र में एक जैसी ही फसल उगाने हेतु कहां गया, जिससे उन फसलों में रोग,कीट आदि कम लगते हैं तथा जो लगते हैं उन पर आसानी से नियंत्रण पाया जा सकता है। और कृषको को फसल चक्र अपनाने हेतु तथा खेतों में जल निकास की उचित व्यवस्था करने के लिए एवं उसके फायदों के बारे में बताया गया।
कृषि विज्ञान केंद्र मटेला से उपस्थित वैज्ञानिक डॉ. कंचन नैनवाल द्वारा धान की फसल में लगने वाले किट एवं रोगों एवं उनके नियंत्रण के बारे में बताया गया। उन्नत बीज प्रमाणित बीज ही बोने एवं बीज बोने से पहले उसे उपचारित करके बोने हेतु कहां गया, जिससे फसलों में रोग और कीट कम लगते हैं और उत्पादन अच्छा होता है।
पशुपालन विभाग से उपस्थित डॉ.आरपी सिंह द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए उपस्थित कृषकों को डेयरी समितियां खोलने हेतु आग्रह किया गया साथ ही उनके द्वारा अवगत कराया गया कि उनके क्षेत्र में केवल एक डेयरी समिति है,तथा पशु चिकित्सालय केंद्र बग्वाली पोखर मैं चारा गोदाम खोला गया है, जिसमें कृषकों को 24 किलोग्राम का पैकेट 200 रुपये का मिलता है। पशुओं में टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गई ।
तत्पश्चात पशुपालन विभाग से ही उपस्थित डॉ. कनिका पांडे द्वारा कृषकों को पशुओं के आवास व्यवस्था, आहार व्यवस्था, बांझपन, गर्भाधान, टीकाकरण आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
उद्यान विभाग से उपस्थित हरीश राम आर्य द्वारा कृषकों को पॉलीहाउस अपनाकर अपनी आय में वृद्धि करने हेतु कहा गया जिसके अंतर्गत उनके द्वारा बताया गया कि 100 वर्ग मीटर के 20 मीटर लंबी एवं 5 मीटर चौड़ी पॉली हाउस की कीमत 121000 रुपए हैं, जिसमें से 50% भारत सरकार तथा 30% राज्य सरकार द्वारा देय है और शेष 25000 रुपये कृषक द्वारा दिया जाना है। और 330 वर्ग फीट के पॉलीहाउस को बनाने में 47,000 रुपए लागत आती है जिसमें कृषकों को मात्र 4500 रुपया जमा करने होते हैं। साथ ही कृषकों को मधुमक्खी पालन करने हेतु प्रेरित किया गया जिसमें उनके द्वारा अवगत कराया गया कि एक मधुमक्खी के बक्से की कीमत 800रुपये है, जिससे 50% सब्सिडी में कृषकों द्वारा केवल 400रुपये देय है।
कृषि विभाग से उपस्थित डॉ0 भारती सिंह द्वारा कृषको की आय दोगुनी करने के संबंध में कृषकों से प्रमाणित बीज, तथा बीज शोधन करके ही प्रयोग करने हेतु कहां गया। और विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए, लाभ लेने हेतु कहां गया। कार्यक्रम के उपरांत आई पी एम किट वितरण किए गए। कार्यक्रम का संचालन अंबा दत्त पांडे द्वारा किया गया। अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही  दीपा देवी द्वारा उपस्थित कृषकों को कार्यक्रम के दौरान बताई गई बातों का अनुसरण करने हेतु आह्वान करते हुए उपस्थित सभी अधिकारी/ कर्मचारियों/ कृषको को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। कार्यक्रम के उपरांत उपस्थित अधिकारी/कर्मचारी/वैज्ञानिक, कृषकों द्वारा क्षेत्र भ्रमण किया गया।