पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर कहर बरपाने के बाद अब भारत सरकार का अगला फोकस देश की सुरक्षा ताकत को और मजबूत करना है। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान की सरजमीं पर बैठे आतंकियों को जिस तरह मारा गया उसने दुनिया को भारत की सैन्य क्षमता का लोहा मानने पर मजबूर कर दिया। अब इसी कड़ी में सरकार ने रक्षा बजट को और बढ़ाने की योजना तैयार कर ली है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक सरकार की तरफ से रक्षा जरूरतों को देखते हुए पचास हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यह पैसा हथियारों से लेकर गोला बारूद और नई तकनीकों की खरीद में इस्तेमाल किया जाएगा। इस प्रस्ताव को संसद के शीतकालीन सत्र में मंजूरी मिल सकती है। माना जा रहा है कि इस रकम से सेनाओं की ज़रूरी खरीद के साथ साथ रिसर्च और डेवलपमेंट पर भी खास जोर दिया जाएगा।
अगर मौजूदा बजट की बात करें तो इस साल यानी 2024 और 25 के लिए रक्षा क्षेत्र को छह लाख इक्यासी हजार करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। यह पिछले साल के मुकाबले करीब दस फीसदी ज्यादा है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल से अब तक के दस सालों में रक्षा बजट तीन गुना तक बढ़ चुका है। जब सरकार आई थी तब ये आंकड़ा दो लाख उनतीस हजार करोड़ रुपये था और अब यह देश के कुल बजट का करीब तेरह फीसदी हो गया है।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा के अंदर घुसने की जरूरत नहीं पड़ी। बिना सीमा लांघे ही भारत ने नौ आतंकी ठिकानों को तबाह कर डाला। इस मिशन में जिस तरह स्वदेशी तकनीक और हथियारों का इस्तेमाल हुआ उसने दुनिया को हैरान कर दिया। भारत की मल्टी लेयर एयर डिफेंस ने पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों को जैसे नाकाम ही कर दिया। इसमें एस चार सौ से लेकर बराक आठ और देश में बनी आकाश मिसाइल तक शामिल रही। इसके अलावा पुराने लेकिन बेहद असरदार सिस्टम जैसे पेचोरा ओसा और एल एल ए डी गन सिस्टम को भी तैनात किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बारह मई को दिए गए अपने भाषण में इस पूरे ऑपरेशन की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि भारत की बनाई हुई तकनीक ने दुनिया को दिखा दिया है कि अब लड़ाई का तरीका बदल चुका है। मेड इन इंडिया हथियारों का जमाना शुरू हो चुका है और अब पूरी दुनिया इसकी ताकत को गंभीरता से ले रही है।