महाराष्ट्र के सांगली जिले में वट पूर्णिमा की रात एक ऐसा मामला सामने आया जिसने पूरे शहर को हिला दिया। कुपवाड़ इलाके की एकता कॉलोनी में जहां बाकी महिलाएं व्रत रखकर अपने पतियों की लंबी उम्र की दुआ मांग रही थीं वहीं एक नई नवेली दुल्हन ने अपने ही पति का खून कर डाला। घटना की खबर जैसे ही फैली तो पूरे इलाके में सनसनी मच गई। लोगों को समझ ही नहीं आया कि जिस दिन महिलाएं अपने सुहाग की सलामती के लिए बरगद के पेड़ की पूजा कर रही थीं उसी दिन एक घर में पति की हत्या हो गई।
जिस शख्स की जान ली गई उसका नाम अनिल लोखंडे था जिसकी उम्र पैंतालीस साल थी। उसकी पत्नी राधिका जिसने ये वारदात की उसकी उम्र सत्ताईस साल बताई गई है। बताया जा रहा है कि घटना रात ग्यारह से बारह के बीच की है जब राधिका ने कुल्हाड़ी उठाई और सीधे अनिल के सिर और हाथ पर वार कर दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पड़ोसियों ने शोर सुनकर पुलिस को खबर दी। थोड़ी देर में कुपवाड़ एमआईडीसी पुलिस मौके पर पहुंची और राधिका को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब ये जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर राधिका ने ऐसा क्यों किया।
अनिल की पहली शादी बहुत पहले हो चुकी थी लेकिन उसकी पहली पत्नी की मौत कैंसर की वजह से हो गई थी। पहली शादी से उसकी दो बेटियां भी हैं जिनकी अब शादी हो चुकी है। अनिल काफी समय से बीमार चल रहा था और अकेले ही रह रहा था। परिवार वालों ने उसे दोबारा शादी करने की सलाह दी जिसके बाद उसने सतारा के वादी गांव की रहने वाली राधिका से पिछले महीने सत्रह मई को शादी की थी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि शादी के एक महीने के अंदर ऐसा खौफनाक मोड़ आ जाएगा।
वट पूर्णिमा का दिन महाराष्ट्र में बहुत खास माना जाता है। इस दिन सुहागिनें दिन भर व्रत रखती हैं और बरगद की पूजा करती हैं ताकि उनके पति की उम्र लंबी हो और सात जन्मों तक साथ बना रहे। लेकिन राधिका ने उसी दिन अपने पति की जान ले ली। पुलिस का कहना है कि राधिका से पूछताछ चल रही है और जल्दी ही ये साफ होगा कि उसने ऐसा क्यों किया। फिलहाल उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच गहराई से की जा रही है।