रुड़की में अत्यधिक गर्मी के कारण बेहोशी के मामले सामने आ रहे हैं। हीट वेव के चलते सात व्यक्तियों को सिविल अस्पताल रुड़की में भर्ती कराया गया है जबकि 18 अन्य लोगों को निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि हीट वेव का प्रभाव अभी और ज्यादा बढ़ सकता है। वर्तमान में रुड़की और उसके आसपास का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच चुका है। लू के थपेड़े लोगों को परेशान कर रहे हैं।
सुबह 11:00 से शाम 5:00 बजे तक हाल बेहाल है । इस भीषण गर्मी में पैदल चलने वाले और दोपहिया वाहनों पर यात्रा करने वाले लोगों को सबसे अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। सिविल अस्पताल में आए सात मरीजों को चिकित्सकों ने एहतियात के तौर पर वार्ड में भर्ती किया है, लेकिन अब उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है।
सिविल अस्पताल के सीएमएस डा. संजय कंसल ने बताया कि पिछले दो दिनों से हीटवेव के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन उपचार के बाद मरीज ठीक हो रहे हैं। सिविल अस्पताल रुड़की के चिकित्साधिकारी डा. शैलेष कुमार तिवारी के अनुसार, हीटवेव या हीट स्ट्रोक एक गंभीर समस्या है जो गर्मी के कारण होती है। यह तब होता है जब शरीर अपने तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता।
पसीना निकलने की प्रक्रिया विफल हो जाती है, जिससे शरीर को ठंडा रखना मुश्किल हो जाता है। लापरवाही से कई बार जान भी जा सकती है, इसलिए सावधानी बरतना आवश्यक है।