जब भी कोई कुर्सी से उठता है या लेटने के बाद खड़ा होता है और उस पल उसे ऐसा लगे जैसे सब कुछ गोल गोल घूमने लगा हो तो समझ लीजिए ये वर्टिगो का शुरुआती और सबसे आम लक्षण हो सकता है। ये परेशानी तब और ज्यादा महसूस होती है जब शरीर की पोजिशन बदलने पर सिर तेजी से घूमने लगे।
कई बार ऐसा भी होता है कि कान के अंदर कुछ अजीब सा महसूस होता है। जैसे सीटी जैसी आवाज सुनाई दे या कान भारी भारी लगे। ये संकेत इस बात का इशारा देते हैं कि वर्टिगो की जड़ कान की अंदरूनी परत से जुड़ी हो सकती है।
वर्टिगो के दौरान चलने में भी परेशानी आने लगती है। खासकर जब कोई सीढ़ियों से नीचे उतर रहा हो और बार बार संतुलन बिगड़ने लगे या अचानक से ऐसा लगे जैसे चक्कर आ रहा हो।
कभी कभी आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है। कुछ देर के लिए धुंधलापन महसूस होने लगता है और ऐसे में सिर का घूमना और बढ़ जाता है।
इसके अलावा जब सिर घूमता है तो साथ ही पेट में मिचली सी आने लगती है। उलझन महसूस होती है और कुछ लोगों को उलटी तक हो जाती है। ये समस्या अक्सर सुबह के वक्त ज्यादा महसूस होती है।
अगर ये लक्षण लगातार नजर आएं तो इसे हल्के में लेना ठीक नहीं है। वर्टिगो का जुड़ाव सिर्फ कान से नहीं होता। ये दिक्कत दिमाग या न्यूरोलॉजिकल बीमारी से भी जुड़ी हो सकती है। इसलिए ऐसे संकेत दिखते ही डॉक्टर से मिलना जरूरी है। वरना बाद में परेशानी बढ़ सकती है।