दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कल जारी बजट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस बजट की उलटबांसी समझ से परे हैं। वित्त मंत्री ने अगले 25 वर्षों के लिए योजनाओं का खाका तैयार किया है, लेकिन मौजूदा हालात पर ध्यान कम ही दिया है।
सरकार को क्या लगता है कि मौजूदा समय में किसी पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है और जनता के अमृत काल के उदय होने तक धीरज से प्रतीक्षा करने के लिए कह दिया जाए।
कहा कि यह भारत के लोगों, खासकर गरीबों और वंचितों का मजाक उड़ाने के सिवा और कुछ नहीं है। आज का बजट भाषण किसी वित्त मंत्री द्वारा पढ़ा गया अब तक का सबसे पूंजीवादी भाषण था। पूरे बजट भाषण के दौरान गरीब शब्द महज छठे पैरे में दो बार आया है। हम वित्त मंत्री को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने यह तो याद रखा कि इस देश में गरीब भी रहते हैं।