🔗 श्रेणी: ज्ञान विज्ञान, क्राइम
नई दिल्ली:
भारत की सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सीमाओं पर एक ओर जहाँ तनाव बढ़ा, वहीं सोशल मीडिया पर एक और युद्ध छिड़ गया — अफवाहों और झूठी जानकारियों का युद्ध। इस सूचना युद्ध में सच्चाई की ढाल बने फैक्ट-चेकर मोहम्मद जुबैर, जिन्होंने एक-एक कर झूठ को बेनकाब किया।
झूठ बना हथियार, पुराने वीडियो हुए वायरल
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी सोशल मीडिया पर अफवाहों का अंबार लग गया। पुराने और असंबंधित वीडियो शेयर कर भारत की कार्रवाई पर झूठा जवाब दर्शाने की कोशिशें शुरू हो गईं। कहीं राफेल गिराने का दावा, कहीं ब्रिगेड हेडक्वार्टर उड़ा देने की अफवाह — ये सब Alt News के फैक्ट-चेकर जुबैर ने तथ्यों के साथ खारिज कर दिए।
🔗 Alt News वेबसाइट: www.altnews.in
🔗 ThePrint रिपोर्ट (English): Read on ThePrint
फर्जी अकाउंट्स की फैक्ट्री और छद्म पहचान
कई पाकिस्तानी हैंडल खुद को भारतीय बना पेश कर रहे थे। जैसे एक अकाउंट जो खुद को ‘एडमिरल अरुण प्रकाश’ बताता था, वह पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा फैला रहा था। एक अन्य अकाउंट — ‘गर्वित भारतीय’ — ने खुद को कांग्रेस समर्थक दिखाया, लेकिन वह भी पाकिस्तान से चल रहा था।
🔗 Example of fake Admiral account (X):
https://twitter.com/voiceofbharat_/status/1786795487505369353
ईरान-गाज़ा के वीडियो को बताया भारत-पाक युद्ध
जुबैर ने बताया कि इस बार ज्यादातर वायरल क्लिप्स गाज़ा-इज़राइल संघर्ष या ईरान से ली गई थीं। लेकिन इन्हें भारत-पाक संघर्ष का रूप देकर फैलाया गया।उनका आकलन है कि 90% झूठी जानकारी पाकिस्तानी सोशल मीडिया से फैली, जो पुलवामा और बालाकोट के समय से अलग ट्रेंड था — तब दोनों पक्षों से गलत जानकारियां आई थीं।
जब ट्विटर/X खुला, तो अफवाहों की बाढ़ आई
पाकिस्तान में प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) 4 मई तक बंद था। जैसे ही चालू हुआ, वहां से भारी मात्रा में फेक न्यूज़ आई। जुबैर के अनुसार, “हमारे पास कुछ स्रोत थे, जैसे ही वीडियो आए, हमने फौरन उनकी जांच शुरू की।”
जो ट्रोल करते थे, वही करने लगे तारीफ
जिन यूज़र्स ने जुबैर को पहले ट्रोल किया, उन्हीं में से कई ने अब उनकी तारीफ की। एक यूज़र ने लिखा, “अब लगता है कि जुबैर भी मोदी जितने ही राष्ट्रवादी हैं।”
🔗 User tweet praising Zubair:
https://twitter.com/zoo_bear/status/1787040401565090105
क्या कहते हैं जुबैर?
“आज का दिन बड़ा था, पर मेरे लिए यह नई बात नहीं,” जुबैर ने कहा।
उन्होंने बताया कि Alt News में उनकी जिम्मेदारी यही है — सच्चाई सामने लाना, चाहे वह किसी भी देश, धर्म या पार्टी के खिलाफ क्यों न हो।
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