सांबा और जालंधर में दिखे ड्रोन, वैष्णो देवी में ब्लैकआउट, पाकिस्तान की हरकतें जारी

Advertisements Advertisements जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन को लेकर मचे हड़कंप के बीच भारतीय सेना ने साफ कर दिया है कि हाल के…

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जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन को लेकर मचे हड़कंप के बीच भारतीय सेना ने साफ कर दिया है कि हाल के दिनों में किसी भी तरह की ड्रोन हलचल नहीं देखी गई है। सेना से जुड़े सूत्रों ने जानकारी दी है कि फिलहाल सीमाओं पर हालात पूरी तरह शांत हैं और सीजफायर की स्थिति बरकरार है।

हालांकि इससे पहले सुरक्षाबलों ने सांबा जिले में संदिग्ध ड्रोन की गतिविधि की बात कही थी। सोमवार रात को एक बार फिर ड्रोन दिखने की खबरें सामने आईं। सांबा जिले में सीमा के पास आसमान में कुछ संदिग्ध चीजें दिखाई दीं जिन्हें एयर डिफेंस सिस्टम ने तुरंत निशाना बनाकर खत्म कर दिया।

ड्रोन की हलचल उस वक्त सामने आई जब ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम पहला संबोधन हुआ और भारत पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच बातचीत हुई। इस बातचीत में तय हुआ कि दोनों देश एक दूसरे के खिलाफ कोई भी गोलीबारी या सैन्य कार्रवाई नहीं करेंगे। इसके साथ ही सीमा पर तैनात सैनिकों की संख्या को कम करने के उपायों पर भी विचार किया गया।

सोमवार रात को ड्रोन के देखे जाने के बाद जम्मू कठुआ राजौरी और सांबा के कई इलाकों में बिजली बंद कर दी गई। एहतियात के तौर पर वैष्णो देवी मंदिर और उससे जुड़े रास्तों की लाइटें भी बुझा दी गईं। अमृतसर में भी ब्लैकआउट किया गया। प्रशासन ने लोगों से अपील की कि वे शांत रहें और लाइटें बंद कर लें। जालंधर में भी एक संदिग्ध ड्रोन मार गिराने की पुष्टि की गई और वहां भी एहतियातन ब्लैकआउट लागू किया गया।

सेना ने देर रात लगभग ग्यारह बजे बयान जारी कर कहा कि फिलहाल किसी दुश्मन ड्रोन की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है। हालात काबू में हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

इस बीच यह भी सामने आया है कि रविवार रात को भारत पाकिस्तान सीमा पर कोई संघर्ष विराम उल्लंघन नहीं हुआ। यह पहली बार था जब पहलगाम हमले के बाद रात शांत बीती। गौरतलब है कि पहलगाम में हुए हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में छिपे जैश लश्कर और हिजबुल के नौ आतंकी ठिकानों को एक साथ तबाह किया था। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को शुरू किया गया था। इसके अगले ही दिन पाकिस्तान ने जम्मू और पंजाब के कई इलाकों में ड्रोन हमलों की कोशिश की। जिनमें जम्मू अखनूर नगरोटा पठानकोट और अमृतसर शामिल थे। इन सभी इलाकों में भारत ने ड्रोन को समय रहते नाकाम कर दिया।

पोखरण और बारामूला में भी पाकिस्तानी ड्रोन गिराए गए। श्रीनगर में ड्रोन को निष्क्रिय करने के दौरान धमाकों की आवाजें सुनाई दीं और पूरे इलाके में रेड अलर्ट जारी किया गया।

भारत और पाकिस्तान ने 10 मई को एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी रोकने का फैसला लिया था लेकिन कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान ने फिर से संघर्ष विराम तोड़ दिया।

भारतीय सेना ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए सीमा पर चौकसी और बढ़ा दी है और हर संदिग्ध हलचल पर नजर रखी जा रही है।