शाहजहांपुर के थाना पुवाया क्षेत्र के गांव विक्रमपुर में 17वर्षीय किशोरी पायल ने अपने लगवाग्रस्त पिता विनोद के सामने फंदे से लटककर जान दे दी।
बेबस पिता बेटी को तड़पता देखते रहे। बोलने और चलने में असमर्थ होने के कारण उसकी जान नहीं बची। इसका उसे गहरा पदमा लगा। इस वजह से उसकी भी मौत हो गई। पिता पुत्री की मौत से पूरे गांव में शोक फैल गया है।
गांव विक्रमपुर निवासी विनोद कुमार लकवाग्रस्त है जिसके कारण वह बोलने और चलने में असमर्थ थे। वह घर की चारपाई पर ही पड़े रहते थे। विनोद कुमार के कोई भी पुत्र नहीं है। तीन पुत्री में से बड़ी पुत्री की शादी हो चुकी है और मंझली पुत्री नेहा बीमार होने के कारण उसकी पत्नी रितु देवी चार दिन पहले इलाज के लिए बरेली लेकर गई थी।
घर पर विनोद और उसकी छोटी पुत्री शुभि उर्फ पायल ही थी। मंगलवार को दिन में पायल ने घर के बरामदे में साड़ी के सहारे कुंडे से लटककर जान दे दी थी। शाम को पायल का अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
बताया जा रहा है पायल ने पिता के सामने ही फंदा लगाकर जान दे दी वह चारपाई पर लेटे थे लेकिन चलने और बोलने में असमर्थ बेबस पिता बेटी को नहीं बचा सका। इस सदमे के कारण उसने भी दम तोड़ दिया।
सुबह गांव के तमाम लोग उनके घर पहुंचे। परिजनों के अनुसार विनोद कुमार बीमार थे, लेकिन पुत्री की मौत के सदमे से उनकी भी जान चली गई है। पति और बेटी की मौत से रितु देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना से गांव के लोग भी स्तब्ध हैं।