देश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण ने चिंता बढ़ा दी है। महाराष्ट्र, कर्नाटक और राजस्थान समेत कई राज्यों में एक्टिव मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कुल मिलाकर पूरे देश में एक्टिव केसों की संख्या 1,828 पहुंच चुकी है और अब तक छह राज्यों में 15 लोगों की जान जा चुकी है। सबसे ज्यादा 7 मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं, जहां मुंबई, पुणे और ठाणे में नए केस लगातार सामने आ रहे हैं। अहमदाबाद में तो एक दिन के नवजात को कोरोना होने की पुष्टि हुई है, जिसे ICU में रखा गया है। केरल में 430 एक्टिव केस और दो मौतें दर्ज हुई हैं। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने खुद बताया कि यहां ओमिक्रॉन JN और LF.7 जैसे नए वैरिएंट मिले हैं। कर्नाटक में भी 126 एक्टिव केस हैं और दो मौतें हो चुकी हैं। उत्तर प्रदेश और राजस्थान में दो-दो, जबकि मध्य प्रदेश और चंडीगढ़ में एक-एक मौत दर्ज की गई है। चंडीगढ़ में जान गंवाने वाला व्यक्ति फिरोजाबाद का रहने वाला था और उसके बच्चों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाई गई है। गुरुग्राम में 10 नए केस सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
इस सबके बीच भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने देश में कोरोना के चार नए वैरिएंट मिलने की पुष्टि की है। इनमें LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 शामिल हैं। JN.1 वैरिएंट सबसे ज्यादा आम पाया जा रहा है और आधे से ज्यादा सैंपलों में यही मिला है। भले ही WHO ने इन्हें अभी खतरे की श्रेणी में नहीं डाला है, लेकिन ICMR का कहना है कि इन पर नजर रखना जरूरी है। NB.1.8.1 जैसे वैरिएंट्स में ऐसे म्यूटेशन देखे गए हैं जो न केवल तेजी से फैलते हैं, बल्कि शरीर में बनी इम्युनिटी पर भी असर डाल सकते हैं। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल घबराने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। बुजुर्ग, बच्चे और पहले से बीमार लोग ज्यादा सतर्क रहें। मास्क पहनें, भीड़ से दूर रहें और लक्षण दिखते ही तुरंत टेस्ट कराएं, क्योंकि कोरोना फिर से लौटने के संकेत साफ दिखने लगे हैं।