देशभर में एक बार फिर से कोरोना वायरस का खतरा तेज़ी से बढ़ता दिख रहा है। बीते कुछ दिनों में जिस रफ्तार से कोविड के मामलों में इजाफा हुआ है, उसने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। आंकड़े बताते हैं कि महज पंद्रह दिनों में कोरोना के सक्रिय मामलों में बीस गुना उछाल आया है। 7 जून 2025 की सुबह तक देश में कुल 5,755 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं, जबकि पिछले 24 घंटे के भीतर 391 नए मामले सामने आए हैं और चार लोगों की मौत हुई है। राहत की बात यह रही कि इस दौरान 760 लोग संक्रमण से उबर भी गए। केरल एक बार फिर कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य बनकर सामने आया है, जहां 1,806 एक्टिव केस हैं। यहां चौबीस घंटे में 127 नए केस और एक मौत की पुष्टि हुई है। गुजरात में भी हालात गंभीर हो रहे हैं, जहां एक्टिव केस की संख्या 717 तक पहुंच चुकी है। दिल्ली, जहां संक्रमण दर लगातार बढ़ रही है, वहां अब 665 एक्टिव केस हैं। पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। महाराष्ट्र में 577, तमिलनाडु में 194, कर्नाटक में 444 और उत्तर प्रदेश में 208 लोग अभी इलाजरत हैं। यह आंकड़े साफ संकेत दे रहे हैं कि देश को एक बार फिर सतर्क और सजग रहने की जरूरत है।
इस बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। खासतौर पर ट्रैवल करने वालों को मास्क पहनने, हाथों को समय-समय पर सैनिटाइज करने और भीड़भाड़ वाली बंद जगहों से बचने की हिदायत दी जा रही है। संक्रमण से बचाव के लिए मास्क अब भी सबसे कारगर हथियार है। अगर आप किसी सार्वजनिक स्थान पर जा रहे हैं, तो हर आधे घंटे में हाथों को सैनिटाइज करें और खाने से पहले साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। खराब वेंटिलेशन वाली जगहों पर वायरस के फैलने का खतरा ज़्यादा रहता है, इसलिए ऐसी जगहों से बचना बेहद ज़रूरी है। इसके अलावा अगर आपको किसी लंबी यात्रा पर जाना हो, तो अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर जरूरी दवाइयां साथ रखें। स्थिति भले ही नियंत्रण में दिख रही हो, लेकिन जिस तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है, उसमें थोड़ी सी लापरवाही दोबारा हालात बिगाड़ सकती है। ऐसे में सबसे जरूरी है कि हम सभी मिलकर फिर से उसी सतर्कता और ज़िम्मेदारी को अपनाएं, जैसा पहले लहरों के दौरान किया गया था।