उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारियों को नहीं मिल पा रहा है उचित सम्मान: केवल सती

अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव तथा पूर्व दर्ज़ा राज्य मंत्री एडवोकेट केवल सती ने प्रेस को दिये गये अपने बयान में कहा…

अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव तथा पूर्व दर्ज़ा राज्य मंत्री एडवोकेट केवल सती ने प्रेस को दिये गये अपने बयान में कहा कि उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारियों को वर्तमान में उचित सम्मान नहीं मिल पा रहा है। कहा कि जितना मान-सम्मान पूर्व मुख्यमंत्री स्व नारायण दत्त तिवारी ने अपने कार्यकाल में किया उतना आज तक किसी भी मुख्यमंत्री ने नहीं किया। कहा कि एन डी तिवारी ने ही राज्य आन्दोलनकारियो को उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी दी तथा जिन्हें नौकरी नहीं मिल पाई उनके एक आश्रित को 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण भी दिया, जिससे अनेक राज्य आन्दोलनकारियो को उसका लाभ मिला।

सती ने कहा कि राज्य आन्दोलनकारियो को उत्तराखंड परिवहन में एक सहवर्ती के साथ निशुल्क बस सेवा का भी लाभ दिया गया था लेकिन आज ना ही राज्य आन्दोलनकारियो को क्षैतिज आरक्षण का लाभ दिया जाता है और ना ही सहवर्ती सीट का लाभ दिया जाता है। कहा कि यह दुर्भाग्य है कि राज्य आन्दोलनकारियो का क्षैतिज आरक्षण पुनः लागू करने के लिए किसी भी सरकार ने आज तक कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए जबकि अनेक बार इसे लागू करने हेतु आन्दोलन भी हुए हैं।

सती ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारियो का यह भी सपना था कि उत्तराखंड प्रदेश की स्थाई राजधानी गैरसैंण बने लेकिन उनका यह सपना भी आज तक अधूरा है। सती ने कहा कि जिनके बलिदान व संघर्ष से ये राज्य बना आज वे ही लोग अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। मांग उठाई कि सरकार को आवश्यक कदम उठाने चाहिए।