अल्मोड़ा, 23 जून 2021- उत्तराखंड क्रांति दल के जिला प्रवक्ता केशव कांडपाल ने अल्मोड़ा कोसी बैराज (Kosi Barrage)में आ रहे गाद व सिल्ट की समस्या को रोकने को ठोस प्रयास करने की मांग की है।
जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन में उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा नगर लगातार विस्तार ले रहा है। वर्ष 2013 में स्वीकृत कोसी बैराज (Kosi Barrage)से अल्मोड़ा नगर को भरपूर पानी उपलब्ध कराने का दावा किया गया था और आईआईटी के विशेषज्ञों के मार्गनिर्देशन में 25 करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण किया गया था।
दावा था कि 1 लाख 30 हजार लोगों को पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा। कहा कि तीन साल बाद इस बैराज को काम पूरा हुआ और अब इससे नगर को जो भी पानी मिल रहा को बीमार और परेशानी में डालने वाला है।
उन्होंने कहा कि इस बैराज (Kosi Barrage)में आए दिन गंदा पानी जमा होता है और सिल्ट आने से अधिकांश दिन यहां से पानी की सप्लाई बाधित हो जाती है। नगर को जो पानी आपूर्ति की जाती है वह न तो पीने योग्य है और न ही नहाने योग्य और यह गंदा पानी वाटर फिल्टरों से भी साफ नहीं हो रहा है। नगर के लोगों की पानी को लेकर मारामारी अभी भी ज्यों की त्यों है।
कहा कि बैराज के पीछे दो किमी लंबे जलभराव में मरे हुए पशु ,काई और गाद तथा गंदगी देखकर साफ कहा जा सकता है कि यह महामारी का कारण बन सकता है।
कहा कि अल्मोड़ा नगर लगातार विस्तार कर रहा है। यहां मेडिकल कॉलेज, अंतर्राज्यीय बस अड्डे, विश्वविद्यालय सहित अनेक नए संस्थान प्रस्तावित है। 16 एलएमडी प्रतिदिन की आवश्यकता के विपरीत जल संस्थान नगर को मात्र 8 से 9 एमएलडी पानी ही दे पा रहा है। जो चिंताजनक है। कोसी बैराज (Kosi Barrage)की वर्तमान स्थिति इसके निर्माण के औचित्य पर प्रश्नचिन्ह लगा रही है। उत्तराखण्ड क्रांति दल ने लगातार इस पर मंथन किया और पाया कि इस बैराज से पूर्व कौसानी तक कोसी नदी में यदि 5 से 6 स्थानों पर छोटे तटबंध बनाकर बरसात में पानी में आने वाली गंदगी को रोकने का ठोस प्रयास हो ताकि गाद व गंदगी को बैराज तक पहुंचने से पूर्व ही रोका जा सके।
कहा कि यूकेडी अल्मोडा इकाई तत्काल इस नदी में मनरेगा अथवा अन्य मद से मजबूत चैकडैम बनाने की मांग करती है
ऐसा नहीं होने पर अल्मोड़ा इकाई इस मुददे पर अल्मोड़ा में लोगों को गोलबंद करें वृहद आंदोलन शुरु करेगी।