उत्तरकाशी के धराली में फटा बादल,खीरगंगा नदी के सैलाब में पूरा बाजार और होटल बहे, 4 की मौत, कई लापता

उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाहीखीरगंगा नदी के सैलाब में पूरा बाजार और होटल बहेअब तक 4 लोगों की मौत की…

Cloud burst in Uttarkashi's Dharali, entire market and hotel washed away in flood of Kheerganga river, 4 dead, many missing

उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही
खीरगंगा नदी के सैलाब में पूरा बाजार और होटल बहे
अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि, कई लोगों के दबे होने की आशंका
CM धामी ने दुख जताया, बचाव के लिए हेलिकॉप्टर मांगे गए
पूरे उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट, कई रास्ते बंद

देवभूमि उत्तराखंड एक बार फिर कुदरत के कहर से कांप उठी है। उत्तरकाशी जिले के खूबसूरत धराली गांव में मंगलवार सुबह बादल फटने की एक ऐसी घटना हुई, जिसे देखकर हर कोई सिहर गया। यहाँ खीरगंगा नदी में आया सैलाब अपने साथ मौत और तबाही लेकर आया।


पलक झपकते ही हो गया सब कुछ तबाह
सोचिए, लोग अपनी सुबह की शुरुआत ही कर रहे थे कि अचानक पहाड़ों से गड़गड़ाहट की आवाज आई और खीरगंगा नदी का पानी भारी मलबे के साथ एक राक्षस की तरह गांव की ओर दौड़ पड़ा। लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। पानी और मलबे का यह सैलाब इतना तेज था कि उसने रास्ते में आए होटल, दुकानों और घरों को ताश के पत्तों की तरह ढहा दिया।


देखते ही देखते धराली बाजार मलबे के ढेर में तब्दील हो गया। चारों तरफ बस चीख-पुकार और बेबसी का मंजर था। जिला प्रशासन ने पुष्टि की है कि इस भयानक आपदा में अब तक 4 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई और लोगों के मलबे में दबे होने की दर्दनाक आशंका है।


‘युद्ध स्तर’ पर बचाव कार्य जारी
खबर मिलते ही प्रशासन तुरंत हरकत में आया। आर्मी, पुलिस और SDRF की टीमें फौरन मौके के लिए रवाना हो गईं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद इस पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा, “यह बहुत दुखद घटना है। हमारी टीमें युद्ध स्तर पर बचाव कार्य में जुटी हैं और हम हर संभव मदद पहुंचा रहे हैं।”


हालात इतने गंभीर हैं कि राज्य सरकार ने केंद्र से मदद की गुहार लगाई है। फंसे हुए लोगों को निकालने और राहत सामग्री पहुंचाने के लिए दो एमआई (MI) और एक चिनूक हेलिकॉप्टर की मांग की गई है।


सिर्फ धराली नहीं, पूरा उत्तराखंड अलर्ट पर
यह तबाही सिर्फ धराली तक ही सीमित नहीं है। पूरा उत्तराखंड इस वक्त भारी बारिश की मार झेल रहा है।
यमुनोत्री हाईवे बंद: स्यानाचट्टी के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा (करीब 25 मीटर) धंस गया है, जिससे यमुनोत्री हाईवे पर गाड़ियों की आवाजाही ठप हो गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी: मौसम विज्ञान केंद्र ने साफ कहा है कि 10 अगस्त तक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। खासकर पहाड़ी इलाकों में तेज और विनाशकारी बारिश हो सकती है।