बेंगलुरु में आरसीबी की विक्ट्री परेड उस वक्त दर्दनाक हादसे में बदल गई जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर अचानक भगदड़ मच गई. ये सब तब हुआ जब अंदर टीम जीत की खुशी में डूबी थी. बाहर गेट नंबर सात पर फ्री टिकट मिलने की खबर ने भीड़ को बेकाबू कर दिया. फिर जो हुआ वो दिल दहला देने वाला था.
लोग दौड़ पड़े. हर कोई स्टेडियम के अंदर घुसना चाहता था. किसी को होश नहीं था कि सामने कौन है. कौन गिरा है. कौन दब रहा है. सबको सिर्फ ये लग रहा था कि टिकट फ्री में मिल रहा है और जल्दी पहुंचना है. इस अफरातफरी में 11 लोगों की जान चली गई. करीब 50 लोग बुरी तरह घायल हुए हैं. जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है.
जिस वक्त ये हादसा हुआ. उस समय स्टेडियम के अंदर जश्न चल रहा था. बाहर हजारों की भीड़ थी. एक अफवाह ने सब कुछ बदल दिया. लोगों ने सुना कि गेट नंबर सात पर मुफ्त में टिकट बांटे जा रहे हैं. फिर भीड़ उधर टूट पड़ी. कुछ ही मिनटों में हालात बेकाबू हो गए.
गेट नंबर बारह तेरह चौदह और पंद्रह पर भी काफी भीड़ थी. क्योंकि ये टीम की एंट्री के रास्ते थे. लेकिन जानें गईं गेट नंबर सात पर. वहीं सबसे ज्यादा भगदड़ मची. जैसे ही खबर फैली कि टिकट फ्री मिल रहा है. दूसरे गेटों से भी लोग भागते हुए उधर आने लगे. किसी ने नहीं सोचा कि क्या सही है क्या गलत. हर किसी को बस एक ही बात की जल्दी थी.
जो तस्वीरें सामने आईं हैं वो रूह कंपा देने वाली हैं. लोग एक दूसरे को सीपीआर दे रहे थे. किसी को पानी पिला रहे थे. कई लोग बेहोश हो गए थे. कुछ तो ऐसे भी थे जिनकी सांसें चल रही थीं लेकिन कोई देखने वाला नहीं था. हर तरफ चीख पुकार मची थी.
ये हादसा सिर्फ एक अफवाह की वजह से हुआ. और इसने कई घरों को उजाड़ दिया. खुशी का मौका पल भर में मातम में बदल गया. पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा है. जांच की जा रही है कि अफवाह किसने उड़ाई. लेकिन अब वो लोग वापस नहीं आएंगे जो इस भगदड़ में हमेशा के लिए चले गए.