अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही एअर इंडिया का लंदन जा रहा बोइंग 787 ड्रीमलाइनर गुरुवार दोपहर हादसे का शिकार हो गया। विमान कुछ ही मिनट में मेडिकल कॉलेज के कैंपस में गिर पड़ा। हादसे के वक्त फ्लाइट में दो पायलट और क्रू के दस लोग मिलाकर कुल दो सौ बयालीस लोग सवार थे। एयर इंडिया की तरफ से कहा गया है कि इस फ्लाइट में एक सौ उनहत्तर यात्री भारतीय थे। तिरपन ब्रिटेन के थे। सात पुर्तगाल के और एक कनाडा से था। हादसे में किसी के बचने की उम्मीद बहुत कम बताई जा रही है। हालांकि एक पैसेंजर का नाम सामने आया है जो जिंदा बताया जा रहा है। उसकी पहचान विश्वाश कुमार रमेश के रूप में हुई है। वह फ्लाइट में ग्यारह ए सीट पर बैठा था।
इस प्लेन की टेकऑफ के बाद दोपहर एक बजकर उनचालीस मिनट पर एटीसी को पायलट की तरफ से इमरजेंसी के लिए मे डे कॉल भेजा गया। इसके बाद प्लेन से कोई जवाब नहीं मिला। चश्मदीदों ने बताया कि जहाज बहुत नीचे उड़ रहा था। थोड़ी ही देर में वह मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकरा गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि आग की लपटें उठीं और पूरे इलाके में धुआं फैल गया। अस्पताल की इमारतें, पेड़ और खड़ी गाड़ियां जलकर खाक हो गईं। हादसे में मेडिकल स्टाफ और हॉस्टल में रहने वाले कई छात्र भी झुलस गए। मौके से 200 से ज्यादा शव निकाले गए हैं लेकिन जले होने की वजह से पहचान मुश्किल हो रही है।
मौके पर पहुंची एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग की टीमें लगातार मलबा हटाने और घायलों को बचाने का काम कर रही हैं। डीजीसीए के मुताबिक विमान के पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल थे, जिनके पास 8200 घंटे का अनुभव था। उनके साथ फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर मौजूद थे, जिनके पास 1100 घंटे की फ्लाइंग एक्सपीरियंस थी। टेकऑफ के तुरंत बाद प्लेन मात्र 600 से 800 फीट की ऊंचाई पर गया और फिर तेजी से नीचे गिरा। वीडियो फुटेज के आधार पर यह आशंका जताई गई है कि इंजन फेल होने या पक्षी से टकराने की वजह से यह हादसा हुआ।
दुर्घटना के बाद देश-दुनिया से प्रतिक्रियाएं आने लगीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे हृदय विदारक बताते हुए गहरा दुख जताया और कहा कि वे लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी शोक व्यक्त किया। ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय और प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर ने भी घटना को लेकर शोक जताया है। इस फ्लाइट में कई ब्रिटिश नागरिक भी सवार थे।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और नागर विमानन मंत्री राममोहन नायडू खुद अहमदाबाद पहुंचे। उन्होंने राहत कार्यों की निगरानी की और पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की। राममोहन नायडू ने कहा कि डीएनए जांच के जरिए मृतकों की पहचान की जा रही है और सभी संबंधित एजेंसियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। एअर इंडिया ने हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 जारी किया है ताकि परिजन जानकारी ले सकें।
यह हादसा बोइंग ड्रीमलाइनर से जुड़ी पहली बड़ी दुर्घटना है। हादसे का कारण जानने के लिए ब्लैक बॉक्स की तलाश जारी है। बोइंग कंपनी ने भी बयान जारी कर कहा है कि वह पूरी तरह एअर इंडिया के संपर्क में है और जांच में हर संभव मदद देगी। अहमदाबाद में इससे पहले 1988 में ऐसा बड़ा विमान हादसा हुआ था जिसमें 130 लोगों की जान गई थी।