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बागेश्वर में अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश,डीएम ने सभी अधिकारियों से पूरी तैयारी के साथ अलर्ट रहने को कहा

Newsdesk Uttranews
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बागेश्वर सहयोगी— बागेश्वर जिले में देर रात्रि से हो रही भारी वर्षा के दृष्टिगत जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने सोमवार को जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आपदा प्रबन्धन कार्यालय में ली। जिलाधिकारी ने बैठक लेते हुए सभी जनपदस्तरीय अधिकारियों एवं अधिशासी अभियन्ताओं को कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा कि विगत दिवस देर रात्रि से जनपद में हुई अत्यधिक वर्षा के कारण जनपद में किसी भी प्रकार की कोई घटना घटित न हो इसके लिए सभी अधिकारी एवं कर्मचारी सतर्क एवं अलर्ट रहे। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र से किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होते ही तत्काल राहत एवं बचाव कार्य करना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने सभी जनपदस्तरीय अधिकारियों एवं पुलिस विभाग को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत क्षेत्र भ्रमण करते हुए जानकारी प्राप्त करते हुए तत्काल अवगत कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक में आर्इआरएस के सभी नोडल अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मौसम विभाग द्वारा जारी किये जाने वाले मौसम के पूर्वानुमान के अनुरूप जनपद में भारी वर्षा होने की सम्भावना व्यक्त की गयी है। जिसके दृष्टिगत सभी जनपदस्तरीय नोडल अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि उनके फील्ड अधिकारी एवं कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्रों में तैनात रहे और संबंधित क्षेत्रों की आपदा आदि से हुई क्षति के संबंध में अद्यतन रिपोर्ट प्रेषित करें।
उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि आपदा के दृष्टिगत प्रभावित हुए क्षेत्रों के फोटोग्राफ व संबंधित अधिकारी द्वारा की गयी कार्यवाही की विस्तृत रिपोर्ट जिला आपदा कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि अग्रेत्तर कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने वर्षा के दृष्टिगत मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि विद्यालयों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए कहा कि वर्षा के कारण स्कूलों, कालेजों आदि में हो रहे जल भराव आदि के संबंध में अद्यतन सूचना प्राप्त कर उसकी तीक्षणता के अनुरूप अग्रेत्तर कार्यवाही सुनिश्चित करें।
समीक्षा बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि जनपद में हुई अत्यधिक वर्षा के कारण बागेश्वर क्षेत्र के 03 मकान आंशिक रूप से तथा 01 तीक्षण रूप से प्रभावित हुआ है। प्रभावित परिवारों को प्रति परिवार 3800 रूपये अहैतुक सहायता के साथ-साथ खाद्यान्न सामग्री के पैकेट आदि भी उपलब्ध करा दिये गये है। उन्होंने बताया कि कोतवाली आवासीय परिसर में गोमती नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण सुरक्षात्मक दृष्टि से आवश्यक कार्यवाही हेतु सिंचाई विभाग को निर्देशित किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को कड़े निर्देश जारी करते हुए कहा कि तत्काल रूप से उक्त क्षेत्र में सेंडबैग आदि लगाते हुए सुरक्षात्मक कार्यवाही जल्द से जल्द पूर्ण कर ली जाय।
जनपद की वर्षा के दौरान प्रभावित हुर्इ गौशालाओं की समीक्षा के संबंध में अपर जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि विकास खण्ड गरूड़ के गौसदन गडसेर के क्षतिग्रत होने के कारण वहॉ के कुल 28 पशुओं को पशु चिकित्सालय गरूड़ परिसर में विस्थापित करते हुए उनके चारा इत्यादि की व्यवस्था कर दी गयी है, तथा सभी पशु स्वस्थ है। इसके अतिरिक्त बागेश्वर क्षेत्रान्तर्गत पन्द्रहपाली में भी 01 गौशाला क्षतिग्रत हुर्इ है, जिसमें किसी भी प्रकार की कोई हानि नहीं हुर्इ है। उक्त पर जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सक को निर्देश दिये कि आपदा के दृष्टिगत प्राभावित हुए इन पशुओं के वैक्सीनेशन एवं चारा इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
जनपद में हुई भारी वर्षा के कारण प्रभावित हुर्इ सड़कों की समीक्षा के संबंध में अधीक्षण अभियन्ता लोक निर्माण विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि भारी वर्षा के कारण जनपद की कुल 22 ग्रामीण सड़के प्रात:काल मं बाधित हुए थी जिनमें से 08 सड़के यातायात हेतु खोली जा चुकी है एवं अन्य 14 सड़कों को सुचारू करने हेतु जेसीबी कार्यरत है जो जल्द ही यातायात हेतु खुल जायेंगी। इसके अतिरिक्त जनपद के राज्य राजमार्ग एवं राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात हेतु खुले है। सड़कों की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियन्ता एवं अधिशासी अभियन्ताओं को निर्देशित करते हुए कहा कि आपदा हेतु तैयार किये गये जेसीबी के तैनाती प्लान के अनुरूप जल्द से जल्द बाधिक सड़कों को यातायात हेतु सुचारू करना सुनिश्चित करें, साथ ही यदि कोर्इ भी मोटरमार्ग वर्षा के कारण या लेंडस्लार्इडिंग आदि से प्रभावित होता है तो उक्त की सूचना तत्काल रूप से जिला आपदा प्रबन्धन कार्यालय में देते हुए जल्द से जल्द मोटरमार्ग को यातायात हेतु सुचारू करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि वर्तमान में हो रही अत्यधिक वर्षा के दृष्टिगत जनपद के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं की संस्थागत प्रसव कराने के लिए सभी एएनएम एवं आशा कार्यकत्री गर्भवती महिला के संपर्क में रहे यदि वर्तमान में ही प्रसव होना है तो उसे चिकित्सालय में सुरक्षित प्रसव कराने के लिए अपने देखरेख में रखना सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर अपने उच्च अधिकारियों को अवगत कराना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने खाद्यान्न आदि की समीक्षा करते हुए जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित किया जाय कि दूरस्थ क्षेत्रों में खाद्यान्न की समस्या न हो इसके लिए संबंधित क्षेत्रों के पूर्ति निरीक्षकों के माध्यम से लगातार दूरस्थ क्षेत्रों खाद्यान्न आदि की जानकारी प्राप्त करते रहे। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं को प्रेषित करने हेतु स्थानीय दुकानदारों से समन्वय स्थापित करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने जनपद में जलापूर्ति की समीक्षा करते हुए अधि0अभि0 जलसंस्थान को निर्देशित करते हुए कहा कि आपदा से क्षतिग्रस्त होने वाली पेयजल लार्इनों का धरातलीय सर्वेक्षण करते हुए उसकी अद्यतन रिपोर्ट प्राप्त कर आपदा प्रबन्धन कार्यालय को निरंतर उपलब्ध कराये। जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में लगातार हो रही वर्षा के दृष्टिगत सभी पुलिस थाने अलर्ट रहे साथ ही वैकल्पिक रूप से बनार्इ गयी संचार व्यवस्था को दूरूस्थ स्थिति में रखना सुनिश्चित करें ताकि आवश्यकता पड़ने पर दूरस्थ क्षेत्रों से भी संपर्क स्थापित करते हुए तत्काल रूप से सहायता व बचाव कार्य प्रारम्भ किया जा सके।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एस.एस.एस.पांगती, अपर जिलाधिकारी राहुल कुमार गोयल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0संजय कुमार शाह, पुलिस उपाधीक्षक महेश जोशी, जिला विकास अधिकारी के.एन.तिवारी, अधीक्षण अभियन्ता लोनिवि पी.एस.बृजवाल, वरिष्ठ कोषाधिकारी नीतू भण्डारी, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, मुख्य शिक्षा अधिकारी नरेश शर्मा, मुख्य कृषि अधिकारी बीपी मौर्या, अपर परियोजना निदेशक शिल्पी पन्त, अधि0अभि0पीएमजीएसवार्इ बागेश्वर राजेन्द्र प्रसाद सहित अन्य जनपदस्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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