ओलंपिक में देश का सिर ऊंचा करने वाले नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग में भाला फेंक कर जो इतिहास रचा, वो पूरे देश के लिए गर्व की बात रही है। इस बार उन्होंने 90 मीटर से ज्यादा दूरी तक भाला फेंका और ऐसा करने वाले पहले भारतीय बन गए। इस मुकाबले से ठीक पहले नीरज ने अरशद नदीम के साथ अपने रिश्तों को लेकर एक बड़ा बयान दिया। नीरज ने साफ किया कि उनकी अरशद से कभी कोई खास दोस्ती नहीं रही। उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर के पहलगाम में जो आतंकी हमला हुआ है, उसके बाद हालात पहले जैसे नहीं रह गए हैं।
नीरज के इस बयान पर अब पाकिस्तान के एथलीट अरशद नदीम की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए रवाना होने से पहले अरशद ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच जिस तरह का माहौल है, उसमें वे नीरज के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। उन्होंने बस इतना कहा कि वो एक साधारण गांव से आते हैं और उनका परिवार सिर्फ अपनी फौज के साथ खड़ा है।
बता दें कि नीरज चोपड़ा बेंगलुरु में एक बड़े इवेंट की तैयारी कर रहे थे, जिसका नाम ‘नीरज चोपड़ा क्लासिक’ रखा गया था। इस समारोह में उन्होंने दुनिया भर के भाला फेंकने वाले खिलाड़ियों को आमंत्रित किया था। इसमें अरशद नदीम का नाम भी शामिल था। वर्ल्ड एथलेटिक्स ने इस टूर्नामेंट को मंजूरी भी दे दी थी। लेकिन बाद में इस आयोजन को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया।
सोशल मीडिया पर जब यह बात सामने आई कि नीरज ने अरशद को बुलाया है, तो उन्हें ट्रोल किया जाने लगा। लोगों ने नीरज की आलोचना की। हालांकि बाद में यह भी साफ हुआ कि खिलाड़ियों को निमंत्रण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से पहले ही भेज दिए गए थे।
दोहा डायमंड लीग के बाद मीडिया से बात करते हुए नीरज ने दो टूक कहा कि उनका अरशद से कोई गहरा रिश्ता नहीं है और न ही वे कभी बहुत अच्छे दोस्त रहे हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि मौजूदा हालात को देखते हुए अब पहले जैसी बात नहीं रही। नीरज ने स्पष्ट किया कि जो लोग उनसे ठीक तरह से बात करते हैं, वो भी उनसे उसी तरह पेश आते हैं।
