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अर्जित सिंह की सेकेंड मैरिज से समाज के लिए बने उदाहरण

Newsdesk Uttranews
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कई बार आप जल्दबाजी में कुछ ऐसे फैसले ले लेते हैं, जिसके बाद आपको दर्द के सिवा कुछ हासिल नहीं होता। प्यार के बाद शादी तक का सफर तय करने के लिए अपने रिश्ते को समय देना जरूरी हो जाता है, हालांकि बहुत बार पार्टनर्स लंबे समय तक साथ रहने के बाद भी ब्रेकअप का सामना करते हैं। यही कारण है कि प्यार के मामले में कभी कुछ कहा नहीं जा सकता, एक रिश्ते का भविष्य क्या होगा यह सिर्फ पार्टनर्स पर ही निर्भर करता है।

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शादी के पहले हो या बाद, पार्टनर्स से अलग होना किसी के लिए भी आसान नहीं होता, लेकिन जब एक बार ऐसे दर्द से निकलकर बाहर आता है तो वह बहुत मजबूती के साथ खुद को संभालता है। बॉलीवुड सिंगर अरिजीत सिंह की लव स्टोरी भी कुछ ऐसी ही है, जहां उन्होंने अपनी शादी के टूटने की तकलीफ के बाद न सिर्फ खुले दिल से फिर से प्यार का स्वागत किया बल्कि समाज को बड़ा संदेश भी दिया।

दरअसल, अरिजीत ने पहली शादी अपने पहले रिएलिटी शो फेम गुरुकुल की को-कंटेस्टेंट रूपरेखा बैनर्जी से की थी। हालांकि यह रिश्ता थोड़े ही वक्त में टूट गया और दोनों के बीच तलाक हो गया। इस दौरान सिंगर पूरी तरह से टूट गए थे, जिसका दर्द उनके गानों में भी नजर आता था। इसके बाद उन्होंने अपनी बचपन की दोस्त कोयल रॉय से शादी कर ली, जिसकी भनक कई सालों तक लोगों को नहीं लगी थी।

एक इंटरव्यू में अपनी दूसरी शादी का खुलासा करते हुए अरिजीत ने कहा था, ‘हमने बहुत समय पहले शादी की थी। लेकिन इसे एक सेरेमनी के द्वारा ऑफिशियल अब किया है। मेरी लाइफ में बहुत दिक्कतें थीं। मैं जुदाई के दौर से गुजर रहा था (पहली शादी टूटने के बाद)। मैंने बहुत कुछ सहा है। मैं अब फिर से उस दर्द से नहीं नहीं गुजरना चाहता। तो इसके बारे में बात नहीं करते हैं।’ सिंगर की इन बातों में साफ झलक रहा था कि अपने पहले प्यार से अलग होने के बाद वह कितनी तकलीफ में रहे थे। ऐसा सिर्फ अरिजीत के साथ ही नहीं बल्कि ऐसे कई लोग हैं जो इस दर्द से गुजरते हैं, लेकिन बावजूद इसके वे खुद को इतनी मजबूती से आगे नहीं बढ़ा पाते।

बता दें कि अरिजीत के तीन बच्चे हैं, दो बेटे उनकी दूसरी शादी से और एक बेटी उनकी पत्नी कोयल की पहली शादी से है। दिल टूटने के बाद जिस तरह से अरिजीत ने बेहद कम समय में खुद को मजबूती से संभाला और एक ऐसा फैसला लिया जो अक्सर इंडियन सोसाइटी में लोगों को खटकने लगता है, ऐसा कर पाना हर किसी के बस की बात नहीं है। कई बार जब आप एक रिश्ते में असफल हो जाते हैं, तो न सिर्फ आप खुद पर से भरोसा खो देते हैं, बल्कि परिवार और समाज के ताने भी आपका इंतजार कर रहे होते हैं।

ऐसे में दोबारा अपनी मर्जी से एक बोल्ड स्टेप ले पाने की हिम्मत आप नहीं कर पाते, हालांकि आपको यह समझने की जरूरत है कि ऐसा जरूरी नहीं कि हर बार आप रिलेशनशिप में फेल ही हों। अरिजीत की ही तरह आप भी एक ऐसे शख्स का हाथ थामने में हिचकिचाना नहीं चाहिए, जिन्हें वाकई एक साथी की जरूरत तो है लेकिन समाज की दकियानूसी सोच के चलते वह अपनी जिंदगी को आगे नहीं बढ़ा पाते।

एक रिश्ते के टूटने के बाद होने वाला दर्द हर किसी के लिए बेहद अलग तरह से काम करता है। कभी कोई उस दर्द को अपनी ताकत बना लेता है, तो कभी ऐसे पेन में व्यक्ति टूटकर बिखर जाता है। हालांकि जब आप दर्द में होते हैं, तब उस अनुभव से गुजरने के बाद भविष्य में आने वाली किसी भी तकलीफ के लिए तैयार भी हो जाते हैं।

पीड़ा आपको इतना स्ट्रॉन्ग बना देती है कि जिंदगी में आने वाले संघर्षों का सामना करने के लिए आप प्रिपेयर हो जाते हैं। ऐसे में आपके अंदर किसी भी चीज का भय खत्म होने लगता है। आप एक निडर व्यक्ति बनकर बाहर आ सकते हैं। अगर आपको लगता है कि आप किसी भी तरह की तकलीफ से खुद को निकाल पाने में सक्षम नहीं हो सकते, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। जब आप टूटते हैं, तो फिर से उठने के बाद हर एक डर से भी कहीं ऊपर उठ चुके होते हैं।

इस बात में कोई दोराय नहीं है कि एक बार दर्द से उबरने के बाद व्यक्ति पहले से ज्यादा बेहतर बन पाता है। उसकी खुद और दूसरे लोगों को लेकर सोच में बड़ा बदलाव देखने को मिलता है। किसी तकलीफदेह परिस्थिति से निकलने के बाद आप सही औऱ गलत में फर्क करना सीख जाते हैं, जो आपको कुछ ऐसा करने के लिए प्रेरित करती है जिसे लेकर समाज में दकियानूसी मानसिकता अब भी बनी हुई है। यही कारण है कि बदलाव की लहर वे ही लोग ला पाते हैं, जिन्होंने जीवन में संघर्ष का सामना किया है। इसलिए ऐसे वक्त में घबराए नहीं, बल्कि डटकर उसका सामना करें।