Almora- प्लस एप्रोच फाउंडेशन ने धामस में मनाया दूसरा ओण दिवस, ओण जलाने की परंपरा को व्यवस्थित करने का संकल्प लिया

editor1
5 Min Read

new-modern

Almora- Second Oan Day celebrated in Dhamas

पर्वतीय इलाकों के जंगलों को आग से सुरक्षित रखने की मुहिम को लेकर प्लस एप्रोच फाउंडेशन नई दिल्ली ने ग्राम सभा धामस में द्वितीय ओण दिवस मनाया। इस मौके पर जंगलों की आग बुझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिलाओं, फायर वाचरों को सम्मानित भी किया गया। ओण दिवस कार्यक्रम का उद्देश्य ओण जलाने की परंपरा को समयबद्ध और व्यवस्थित कर जंगलों को आग और नुकसान से बचाने में जन सहभागिता सुनिश्चित करना है।

विगत दिवस यानि 2 अप्रैल को धामस ग्राम सभा में संयुक्त प्रांत के पहले मुख्यमंत्री रहे पंडित गोविंद बल्लभ पन्त संग्रहालय में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में स्याहीदेवी -शीतलाखेत के आरक्षित वन क्षेत्र के 30 गांवों के लगभग 700 महिलाओं और पुरुषों ने भागीदारी की।


प्लस एप्रोच फाउंडेशन नई दिल्ली ने ओण दिवस के मौके पर स्याहीदेवी -शीतलाखेत क्षेत्र में ग्रामीणों और वन विभाग के सहयोग से चलाये जा रहे जंगल बचाओ-जीवन बचाओ अभियान में मुख्य भूमिका निभाने वाली महिलाओं तथा आग बुझाने में सहयोग करने वाले प्रथम पंक्ति के फायर फायटर्स को सम्मानित किया गया। प्लस एप्रोच फाउंडेशन के अलावा कार्यक्रम के आयोजन में गोविन्द बल्लभ पंत हिमालयन पर्यावरण संस्थान, कटारमल, नौला फाउंडेशन, ग्रामोद्योग विकास संस्थान, ढैंली तथा जंगल के दोस्त समूह ने कार्यक्रम में अपना सहयोग दिया। इस मौके पर महिलाआ ेंने खूंट से धामस गांव तक जन-जागरूकता रैली निकाली।


कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए वक्ताओं ने जंगलों की आग को जल स्रोतों, जैवविविधता और पारिस्थितिकी तंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा करार दिया। कहा कि ओण दिवस के माध्यम से जंगलों को आग से सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। वक्ताओं ने जंगलों की आग‌ से बचाने में महिलाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी निभाने वाले महिला मंगल दलों को मजबूत करने पर जोर दिया


इस बार के ओण दिवस कार्यक्रम का आयोजन प्लस एप्रोच फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया गया। प्लस एप्रोच फाउंडेशन के बारे में बताते हुए दिल्ली से आइ्र्र फाउंडेशन की प्रतिनिधि हिना पाण्डे ने कहा कि प्लस एप्रोच फाउंडेशन एक पंजीकृत गैर सरकारी संगठन है जो समाज में सकारात्मक सोच लाने के उद्देश्य के साथ लोगों की प्रगति, समृद्धि और शांति के लिए काम कर रहा है ताकि सभी को खुशी मिल सके और सभी अपने अपने क्षेत्र में सफल हों।


हिना पाण्डे ने कहा कि प्लस एप्रोच फाउंडेशन डा आशुतोष कर्नाटक के मार्गदर्शन में काम कर रहा है। डाक्टर आशुतोष कर्नाटक अल्मोड़ा के कनार्टकखोला मोहल्ले के मूल निवासी हैं और वर्तमान में दिल्ली में कार्यरत हैं। आशुतोष कर्नाटक गेल के सीएमडी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। डाॅ आशुतोष कर्नाटक की पहल पर प्लस एप्रोच फाउंडेशन ने शीतलाखेत के निकट मटीला गांव को गोद लिया है। मटीला गांव को सशक्त, सकारात्मक और आत्मनिर्भर गांव बनाने के लिए प्लस एप्रोच फाउंडेशन प्रयासरत है। इस मुहिम के तहतं बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए रेमेडियल क्लासेज, कंप्यूटर क्लासेज का संचालन किया जा रहा है तो वही महिलाओं के लिए सिलाई और कढ़ाई प्रशिक्षण केन्द्र खोला गया है। इसके अलावा बेहद गरीब परिवारों के लिए फाउंडेशन विदुषी विवाह कन्यादान और सपनों का घर योजना चला रहा है। रेडक्रास समिति के अध्यक्ष और प्लस एप्रोच फाउंडेशन के को-आर्डिनेटर मनोज सनवाल ने कहा कि फाउंडेशन समाज के गरीब तबको के लिए कार्य कर रहा है। उन्होने आगे भी ओण दिवस जैसे कार्यक्रमों को सहयोग करने की बात कही।

Almora
Almora- धामस में मनाया गया दूसरा ओण दिवस, ओण जलाने की परंपरा को व्यवस्थित करने का संकल्प लिया

नरेन्द्र बिष्ट के संचालन और खूंट की ग्राम प्रधान श्रीमती सरिता देवी और धामस के ग्राम प्रधान धामस भगवान सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में गोविन्द बल्लभ पंत हिमालयन पर्यावरण संस्थान के निदेशक प्रो सुनील नौटियाल, प्रभागीय वनाधिकारी अल्मोड़ा हिमांशु बागड़ी, पूर्व प्रभागीय वनाधिकारी अल्मोड़ा महातिम यादव, वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री आईडी भट्ट ग्रामोद्योग विकास संस्थान अल्मोड़ा गिरीश शर्मा, जंगल के दोस्त के संरक्षक आरडी जोशी, जिला पंचायत सदस्य प्रताप सिंह, नौला फाउंडेशन की कमला कैड़ा,वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम,रमेश भंडारी,महेन्द्र नेगी, रवि परिहार, पूरन सिंह,बिशन सिंह,खीम सिंह,गणेश पाठक,युधिष्ठिर सिंह,चंदन सिंह,चंदन सिंह भोजक, हरीश रौतेला,गोपाल गुरूरानी आदि लोग मौजूद रहे।