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Almora— ऋषिगंगा में आई आपदा हिमालय में छेडछाड़ का नतीजा, उलोवा ने जताया दुख

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा, 08 फरवरी 2021
Almora
चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने के बाद आई आपदा पर उत्तराखंड लोक वाहिनी ने गहरा दुख जताया है। कहा कि जिस प्रकार हिमालय की कमजोर पहाड़ियों पर सैकड़ों बांध प्रस्तावित है वह सम्पूर्ण उत्तर भारत के लिए खतरा है। ऋषिगंगा मे आई आपदा को हिमालय से छेड़छाड़ का नतीजा बताया।

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वाहिनी के उपाध्यक्ष जंगबहादुर थापा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में गढ़वाल के बांध विरोधी आंदोलनों में सक्रिय रहे वाहनी के प्रवक्ता दयाकृष्ण काण्डपाल ने कहा कि पहाड़ों में बर्फबारी व हिम—स्खलन कोई नई बात नहीं है इसी बात को देश भर के बांध समर्थक लोगों को समझाने के लिये उलोवा के पूर्व अध्यक्ष स्व. शमशेर सिह बिष्ट के नेतृत्व में गढवाल मण्डल में की गई पदयात्राओं में उन्होंने न बांधो के सम्भावित खतरों से लोगों को आगाह किया था बल्कि गढवाल मण्डल में बांध बरोधी आन्दोलनों मे लोगों ने जेल यातनाएं भोगी पर सरकारों की समझ मे नही आया।

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एडवोकेट जगत रौतेला ने कहा कि विष्णुप्रयाग ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट कुछ महीने पहले ही आरम्भ हुवा था लेकिन आज उसका नामोनिशान मिट गया है। यह जन व धन हानि बहुत ही दुखद है सरकारों को इस पर संज्ञान लेना चाहिए तथा भविष्य मे हिमालयी क्षेत्रों में प्रस्तावित परियोजनाओं पर पर्यावरण हितों को ध्यान में रखते हुवे रोक लगाई जानी चाहिये।

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कुणाल तिवारी ने कहा कि गिर्दा ने पहले ही अपने गीत के माध्यम से पानी के व्यापारियों को आगाह कर दिया था। अजयमित्र सिह बिष्ट ने कहा कि वाहनी ने हमेशा पर्यावरण की चिन्ताओं को सरकार के सामने रखा है पर सरकारें इन चिंताओं के प्रति बेफिक्र नजर आती रही। पर्यावरण विद्धों को विकास विरोधी कहने का एक चलन चल पडा है परिणाम सबके सामने है।

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बैठक की अध्यक्षता कर रहे उलोवा उपाध्यक्ष जंग बहादुर थापा ने कहा कि गढ़वाल मे मारे गये आपदा में सभी मजदूरों के प्रति वह संवेदना प्रकट करते हुए सरकार से मांग करते है कि भविष्य मे हिमालय के साथ छेड़छाड़ न करने की स्पष्ट नीति बनाई जाए।

अंत में शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुवे मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर बांध विरोधी आन्दोलन में सक्रिय साथियों का चित्र भी दयाकृष्ण काण्डपाल ने सार्वजनिक किए।

बैठक मे रेवती बिष्ट, अजय मेहता, शमशेर जंग, हरीश मेहता, हारिश मोहम्मद आदि शामिल थे।

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