अल्मोड़ा। अल्मोड़ा पुलिस (Almora police) खुद ही ट्रैफिक नियमों की धज्जियां (Violation of traffic rules) उड़ा रही है। जनता को नियमों का पाठ पढ़ाने वाले ही जब खुद नियमों की एबीसीडी भूल जाए तो आम आदमी की क्या कहें। यही नहीं पुलिस द्वारा कोरोना गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है।
ट्रैफिक नियमों का पालन कराने के लिए जहां एक ओर अल्मोड़ा पुलिस (Almora police) का शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक जोर शोर से चेकिंग अभियान चल रहा है। यातायात नियमों की अनदेखी करने पर हर रोज कई लोगों पर चालानी कार्रवाई की जा रही है। वही, दूसरी ओर पुलिस अधिकारी सड़क पर यातायात नियमों का मखौल उड़ा रहे है, तो जाहिर सा सवाल है कि क्या हेलमेट लगाने का नियम आम लोगों तक सीमित है।
देश में हर रोज कई लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवा देते है। सड़क हादसों (road accidents) की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने संसोधित मोटर व्हीकल एक्ट (amended motor vehicle act) में यातायात नियम सख्त बनाये है। उत्तराखंड में 2019 में संसोधित मोटर व्हीकल एक्ट लागू हुआ। इस एक्ट में यह भी प्रावधान है कि अगर परिवहन विभाग और पुलिस कर्मचारी यदि यातायात नियम तोड़ते हैं तो उन पर चालान के साथ दोगुना जुर्माना वसूला जाएगा। लेकिन धरातल पर यह कहीं भी नजर नहीं आ रहा है।
कोरोना संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है। कोरोना गाइडलाइन (corona guideline) के मुताबिक मास्क पहनना अभी भी अनिवार्य है। लेकिन पुलिस अधिकारी व कर्मचारी कोरोना गाइडलाइन की भी अनदेखी कर रहे है। कोई बिना मास्क तो कोई मास्क को ठुड्डी में पहने घूम रहे है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट (Ssp Pankaj Bhatt) ने कहा कि नियम सभी लोगों के लिए बराबर है, चाहे वह अधिकारी हो या आम जनता। एसएसपी ने कहा कि आगामी अपराध गोष्ठी में इस मामले को लेकर सभी पुलिस अधिकारियों को ब्रीफ किया जाएगा।