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Almora: राष्ट्रीय परामर्श मनोविज्ञान दिवस पर वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन, विशेषज्ञों ने बताए तनाव कम करने के उपाय

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय परिसर के मनोविज्ञान विभाग में राष्ट्रीय परामर्श मनोविज्ञान दिवस पर वर्चुअल कार्यशाला का आयोजन किया गया। एक दिवसीय कार्यशाला का वर्चुअल शुभारंभ कुल‌पति प्रो. एनएस भंडारी ने किया। 

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कार्यशाला में मुख्य अतिथि दून विवि के मनोविज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजेश भट्ट ने अपने व्याख्यान में मनोवैज्ञानिक शैक्षिक योग्यता एवं आरसीआई में पंजीकरण से संबंधित कई सारी भ्रांतियों को दूर किया। 

एसएसजे परिसर के मनोविज्ञान विभाग की रिटायर्ड प्रोफेसर आराधना शुक्ला ने अपने व्याख्यान में परामर्श दिवस को मनाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और उत्तम परामर्शदाता बनने के लिए हमारी निष्पक्ष सोच, धैर्य एवं दूर दृष्टि का होना आवश्यक है। 
 

कार्यक्रम में रोल प्ले के माध्यम से शोधार्थी आकांक्षा जोशी एवं विनीता पंत अतिथि ने  एक परामर्श सत्र किस प्रकार संपन्न किया जाता है, इसकी जानकारी दी। कार्यक्रम में मनोविज्ञान विभाग के डिप्लोमा के छात्र छात्राओं ने वीडियो के माध्यम से काउंसिलिंग तथा मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रांतियों के प्रति लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। इसके साथ ही शोधार्थी रजनीश जोशी ने अपने व्याख्यान में रंगों से जुड़ी  सकारात्मक मानसिकता एवं रचनात्मकता को रंग चिकित्सा के माध्यम से प्रस्तुत किया। 

कार्यक्रम निदेशक प्रोफेसर मधुलता नयाल, विभागाध्यक्ष मनोविज्ञान विभाग ने अपने व्याख्यान में परीक्षा तनाव से बचने के लिए कई सारी तकनीकों के बारे में बताया। 

कुलपति प्रोफेसर एनएस भंडारी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन जरूरी है। इसके लिए उन्होंने आयोजकों व मनोविज्ञान विभाग के सभी प्राध्यापकों, शोधार्थियों व छात्र-छात्राओं की सराहना की।   

कार्यक्रम में प्रोफेसर एम गुफरान, डॉ. प्रीति टम्टा, डॉ. रुचि कक्कड़, डॉ. सुनीता कश्यप, डॉ. पूजा कमल, विनीता पंत, रजनीश जोशी, मोनिका बंसल, दिव्या पंत, आकांक्षा जोशी, विजय आदि ने प्रतिभाग किया।