अल्मोड़ा,3 मई 2025
नैनीताल में एक मासूम बच्ची के साथ हुई हैवानियत ने पूरे कुमाऊं क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। इस वीभत्स घटना के विरोध में शनिवार को अल्मोड़ा की सड़कों पर ग़ुस्सा साफ़ नजर आया। आम लोग, व्यापारी, छात्र-छात्राएं और सामाजिक संगठन — सभी एक सुर में दोषियों को कठोरतम सज़ा देने की मांग करते दिखे।
सुबह से ही नगर के प्रमुख बाज़ारों में सन्नाटा पसरा रहा। कई व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानें स्वेच्छा से बंद रखीं तो कई जगह स्थानीय नागरिक टोलियां बनाकर व्यापारियों से बंद करने की अपील करते हुए दिखे।
लोगों ने कहा कि “पहाड़ों को अब तक लोग सुरक्षित मानते रहे हैं। लेकिन जब यहां की बच्चियां भी सुरक्षित नहीं रहीं, तो चुप रहना गुनाह है।” लोगों ने मांग की कि इस मामले में सरकार फौरन सख्त कार्रवाई करे और अदालत ऐसे मामलों में ‘फास्ट ट्रैक’ सुनवाई कर दोषियों को उदाहरण बने ऐसी सजा दे।
बंद से जनजीवन प्रभावित
बाजार बंद रहने से दूर-दराज़ से आए पर्यटकों और स्थानीय लोगों को असुविधा हुई।व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष सुशील साह और नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष अजय वर्मा ने आरोप लगाया कि जबरदस्ती बाजार को बंद करवाया गया।
सोशल मीडिया पर इससे संबधित वीडियो व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष सुशील साह ने शेयर किया है।व्यापारी नेताओ ने कहा कि मुद्दे को उनका पूरा समर्थन है और चाहे वह अंकिता भंडारी हत्याकांड हो या फिर नैनीताल में मासूम के साथ दुराचार,दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। सुशील साह ने सत्ताधारी पार्टी पर इस मामले में दोहरा चरित्र रखने का आरोप लगाया।उन्होने कहा कि उस कथित वीआईपी का नाम आज तक उजागर नही हुआ है।