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अल्मोड़ा: बूंद-बूंद पानी को तरस रहे है वाणीतोला के ग्रामीण,न सिस्टम सुन रहा है न सरकार

Newsdesk Uttranews
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अल्मोड़ा, 06 दिसंबर 2021- धौलादेवी ब्लॉक के काना ग्राम पंचायत के तोक वाणीतोला के ग्रामीण इन दिनों पानी की बूंद बूंद के लिए तरस रहे हैं। यहां पेयजल लाईन तो पहले से ही ध्वस्त है। पानी का एकमात्र स्रोत नौले थे जो अक्टूबर की आपदा में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं तबसे लोग पीने के पानी के लिए दर दर भटक रहे हैं।

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इस तोक में करीब 40 से 50 शिल्पकार परिवार निवास करते हैं। अनुसूचित वर्ग के कल्याण की तमाम बाते किस प्रकार हवाई होती हैं वह इस गांव से दिख रहा है। गांव के सामाजिक कार्यकर्ता महेन्द्र ने पानी के लिए परेशान ग्रामीणों की समस्या क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता गोविंद गोपाल के सामने रखी और इस संबंध में प्रयास कर उनकी समस्या का निराकरण करने का अनुरोध किया था।

महेन्द्र का कहना है कि गांव में पानी की एक पुरानी लाईन है जो वर्षों से क्षतिग्रस्त है। तब से गांव वाले पीने और अन्य कार्यो के लिए दो नौलों पर निर्भर थे और अक्टूबर माह में आई आपदा के बाद से इन दोनों नौलों में मलबा भर गया। और पानी का यह स्रोत भी एक प्रकार से बंद हो गया। अब ग्रामीणों ने अपने स्तर से नौले से पीने के पानी को एकत्र करने लायक जगह बनाई तो है पर इससे पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है। वह लोग केवल नौले की मरम्मत चाहते हैं पर इस संबंध में ना तो प्रशासन और न ही सिस्टम की नजर इनकी समस्या पर पड़ी है। महेन्द्र लाल ने बताया कि वह केवल नौलो की मरम्मत चाहते हैं ताकि ग्रामीण अपनी प्यास बुझा सकें।

गांव में बिछी है पाइप लाइन लेकिन नहीं आता है पानी

ग्रामीण महेन्द्र ने बताया कि गांव में एक पुरानी पेयजल लाइन भी है जो वर्षों से क्षतिग्रस्त हुई है आत तक इसकी मरम्मत तो नहीं की गई लेकिन विभाग में पूर्व में ग्रामीणों को बिल जरूर थमा दिए। घर-घर नल घर घर जल की बात करने वाली सरकार की प्रजा किस तरह पानी के लिए जूझ रही है यह बात केवल वाणीतोला के ग्रामीण ही बता सकते हैं।

अुनूसचित वर्ग के कल्याण के नाम पर राजनीति करने वालों ने भी नहीं ली सुध

ग्रामीण पिछले दो माह से पानी के लिए परेशान हैं। पर ग्रामीण समस्या,ग्रामीण विकास,अनुसूचित वर्ग के कल्याण के लिए कार्य करने की बात करने वाले किसी राजनीतिक दल की नजर भी इनकी समस्या पर नहीं पड़ी। गांव वालों तक चुनावी दंगल की गूंज तो है पर कोई ऐसा हाथ नहीं जो उनकी मदद को आगे बढ़ कर उनकी समस्या का समाधान कर सके। ब्लॉक मुख्यालय और जिला मुख्यालय तक वह अपनी समस्याएं पहुंचा चुके हैं।

ग्रामीण चाहते हैं कि किसी तरह उनकी समस्या जिला आपदा प्रबंधन विभाग या जिला प्रशासन तक पहुंच जाय। इधर जिला पंचायत सदस्य खोला नंदन सिंह नेगी निक्कू ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या की सूचना उन तक पहुंची है। वह जिला पंचायत निधि से जल्द ही उनकी पेयजल समस्या का निरस्तारण करवाने के साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग को भी जानकारी दे रहे है। उन्होंने कहा कि जल्द ही ग्रामीणों की समस्या का समाधान वह अपने स्तर से दूर करने का प्रयास करेंगे।