बागेश्वर, 10 जून 2021
एम्स की स्थापना बागेश्वर (Bageshwar) में करने की मांग को लेकर कपकोट के युवाओं ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है।
ज्ञापन में कहा कि उत्तराखंड की स्थापना पर्वतीय जनपदों की शिक्षा एवं चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं में सुधार के लिए हुई है और यही सपना उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने भी देखा था कि पहाड़ी राज्य के रूप में ही उत्तराखंड उभर कर सामने आए।
सरयू और गोमती के संगम पर बसा जिला बागेश्वर अपने आप में ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक नगरी रहा है इसके अलावा कुली बेगार आंदोलन के उन्मूलन के लिए भी प्रसिद्ध है जिस उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष उत्तरायणी मेले का आयोजन भी इसी पावन धरती पर किया जाता है।
ज्ञापन में कहा कि एम्स की स्थापना बागेश्वर जिले में की जाती है तो यह पहाड़ी क्षेत्रों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने की ओर एक क्रांतिकारी कदम होगा। बागेश्वर में एम्स की स्थापना इसलिए भी आवश्यक हो जाती है क्योंकि यहां पहुंचने के लिए पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, चमोली आदि जिलों से भी न्यूनतम दूरी तय करनी पड़ती है।
पर्वतीय जिलों की अपेक्षा मैदानी जिलों में स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं अच्छी होने के कारण हम सभी उम्मीद करते हैं कि जरूर पर्वतीय जिला बागेश्वर में एम्स की स्थापना करके आप पर्वतीय जिलों की प्राथमिकता को सबके सम्मुख रखने का प्रयास करेंगे।
ज्ञापन सौंपने वालों में गंगा सिंह बसेड़ा, विनोद कपकोटी, गजेंद्र कपकोटी, दीपक कपकोटी, लोकेश कपकोटी आदि मौजूद थे।