पहलगाम हमले के बाद खान सर का दर्द छलका, बोले- अब पाकिस्तान को नेवल ब्लॉकेज से सबक सिखाने का आया गया वक्त

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश आक्रोशित है। लोग मोदी सरकार से मांग कर रहे हैं कि…

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22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरा देश आक्रोशित है। लोग मोदी सरकार से मांग कर रहे हैं कि आतंकियों के खिलाफ अब और सख्त कदम उठाए जाएं और इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को सख्त सजा दो जाए ताकि आगे इस तरह के हमले के बारे में सोचने से भी वह डरे। वही इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कई बड़े फैसले लिए हैं। इसी बीच पटना के मशहूर शिक्षक खान सर ने भी पाकिस्तान को घेरने के लिए एक और सुझाव दिया है।

खान सर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ सिंधु जल संधि को सस्पेंड करना या सर्जिकल स्ट्राइक करना ही काफी नहीं है। बल्कि उनका मानना है कि अगर पाकिस्तान को असली सबक सिखाना है तो उसे दूसरी तरफ से भी घेरना होगा, जिससे उससे गहरी चोट लगे।

खान सर ने कहा कि भारत 1960 से सिंधु जल समझौते के तहत पाकिस्तान को करीब 80 फीसदी पानी देता रहा है। अब भले ही भारत ने इस संधि को स्थगित कर दिया हो, लेकिन सिर्फ पानी रोकना काफी नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें सोचना होगा कि इस पानी को कहां और कैसे डायवर्ट किया जाए ताकि पाकिस्तान को असली नुकसान हो।

खान सर ने साफ कहा कि सिर्फ सर्जिकल स्ट्राइक से बात नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि अगर हमारी सेना 50 आतंकवादी भी मार गिराए, तो भी उन 28 मासूमों की जान की भरपाई नहीं हो सकती है। जो पहलगाम हमले में गई हैं। उन्होंने कहा कि हमें इस बार पाकिस्तान को आर्थिक रूप से कमजोर करना होगा।

इसके लिए खान सर ने नेवल ब्लॉकेज यानी समुद्री रास्तों को बंद करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान की नेवल सप्लाई रोक दे, तो वहां हालात बेहद खराब हो जाएंगे। खान सर ने बताया कि पाकिस्तान के पास सिर्फ 9 दिन का पेट्रोलियम स्टॉक है। अगर नेवल ब्लॉकेज हो गया तो पेट्रोल-डीजल की सप्लाई पूरी तरह से बंद हो जाएगी और पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।

खान सर ने कहा कि अब वक्त आ गया है जब सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने के साथ-साथ नेवल ब्लॉकेज जैसे ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि पाकिस्तान को हर तरफ से जवाब मिले और उसे अपनी इस हरकतों का परिणाम मिले।