जम्मू बॉर्डर पर पाकिस्तान की ओर से हो रही फायरिंग के बाद बीएसएफ ने जबरदस्त पलटवार किया है। सीमा सुरक्षा बल ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की पांच चौकियों को तबाह कर दिया है। इसके साथ ही एक बड़ा आतंकी लॉन्चपैड भी निशाने पर लिया गया जो मस्तपुर इलाके में मौजूद था।
बीएसएफ कमांडेंट चंद्रेश सोना ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से हुई गोलीबारी का उन्होंने पूरी ताकत से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की कई संपत्तियों को पूरी तरह से नेस्तनाबूद कर दिया गया। मस्तपुर का वह लॉन्चपैड जो आतंकियों की गतिविधियों का केंद्र था वह भी अब जमींदोज हो चुका है।
कमांडेंट के मुताबिक इस कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना और रेंजर्स दोनों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि इस अभियान के बाद पाकिस्तान की पांच चौकियां पूरी तरह बर्बाद हो गईं और कई बंकर भी खत्म कर दिए गए।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान लगातार भारत के नागरिक इलाकों और सुरक्षा ठिकानों को निशाना बना रहा था। दस मई को पाकिस्तान ने सीमा पर भारी गोलेबारी की। बीएसएफ की चौकियों पर मोर्टार दागे गए। गांवों को भी निशाना बनाया गया।
कमांडेंट ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ से एक के बाद एक मोर्टार फेंके जा रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके जवानों ने न सिर्फ मोर्चा संभाला बल्कि पाकिस्तानी फौज को मुंहतोड़ जवाब दिया।
इस अभियान के बाद कई घंटे तक पाकिस्तान की तरफ से एंबुलेंस आती जाती दिखी। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा था।
कमांडेंट ने इस पूरे अभियान में महिला जवानों की भूमिका को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि हर बटालियन में महिला कांस्टेबल तैनात हैं और उन्होंने मोर्चा छोड़ने से साफ इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि एक महिला कांस्टेबल ने अपने छोटे बच्चे को परिवार को सौंपकर खुद मोर्चे की जिम्मेदारी संभाल ली। उन्होंने कहा कि ये महिला जवान अपने साथियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहीं और पाकिस्तान को उसके हर हमले का जवाब दिया।