देहरादून के बाद अब हरिद्वार में भी कोरोना की दस्तक, संक्रमितों की संख्या बढ़ी, दून अस्पताल में तैयारियां तेज

Advertisements Advertisements देहरादून के साथ-साथ अब हरिद्वार में भी कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं। बुधवार को राज्य में कुल पांच लोगों में…

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देहरादून के साथ-साथ अब हरिद्वार में भी कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं। बुधवार को राज्य में कुल पांच लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें चार मरीज देहरादून के हैं जबकि एक मरीज हरिद्वार जिले से है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि फिलहाल सभी संक्रमितों की हालत सामान्य है और उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। हालांकि यह स्थिति विभाग के लिए अलर्ट का संकेत है क्योंकि एक बार फिर कोरोना का संक्रमण धीरे-धीरे पांव पसारने लगा है।

देहरादून के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने जानकारी दी कि हाथीबड़कला क्षेत्र में रहने वाला 47 वर्षीय व्यक्ति हाल ही में चारधाम यात्रा से लौटा था। यात्रा के कुछ दिन बाद उसकी तबीयत खराब हुई, जिसके बाद उसने निजी लैब में कोविड जांच कराई और रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इसके अलावा दरायपुर क्षेत्र के दो पुरुष—50 और 55 वर्ष के—तथा सेलाकुई की 48 वर्षीय महिला में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है। वहीं हरिद्वार जिले के 69 वर्षीय बुजुर्ग भी पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इनमें से चार मरीजों की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है, जिससे यह अंदेशा गहराया है कि संक्रमण अब स्थानीय स्तर पर फैलने लगा है।

मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि संक्रमितों में से तीन सरकारी विभागों में कार्यरत हैं, एक महिला गृहिणी हैं और एक सामान्य नागरिक हैं। सभी की हालत स्थिर है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी है। विभाग की टीमें लगातार संक्रमितों की निगरानी कर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जब बिना ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोग संक्रमित पाए जाएं तो यह दर्शाता है कि वायरस अब आम लोगों के बीच सक्रिय हो चुका है। इसको देखते हुए विभाग ने सैंपलिंग और निगरानी की प्रक्रिया तेज कर दी है। साथ ही आम जनता से अपील की गई है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें। यदि किसी को बुखार, खांसी, गले में खराश या अत्यधिक थकान महसूस हो तो तत्काल जांच कराएं। इसके अलावा सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने, हाथों की सफाई और भीड़भाड़ से बचने की सलाह दी गई है।

कोरोना संक्रमण की गंभीरता को भांपते हुए दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। बुधवार को अस्पताल में मॉक ड्रिल के जरिए सभी स्वास्थ्य सुविधाओं की जांच की गई। इस दौरान ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर आदि की कार्यप्रणाली की गहन समीक्षा की गई। नोडल अधिकारी डॉ. कुमार जी कौल ने बताया कि अस्पताल में कोरोना के लिए 40 बेड आरक्षित किए गए हैं, जिनमें से 30 वयस्क मरीजों के लिए और 10 बच्चों के लिए हैं।

इसी क्रम में अस्पताल के प्राचार्य डॉ. गीता जैन की अध्यक्षता में कोविड कोर कमेटी की बैठक भी आयोजित की गई। बैठक में उन्होंने डॉक्टरों और स्टाफ को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड, एन-95 मास्क और आवश्यक दवाइयों की कोई कमी न हो। डॉ. जैन ने कहा कि वह स्वयं इन तैयारियों की निगरानी करेंगी और हर बुधवार को हालात की समीक्षा की जाएगी। बैठक में उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एन.एस. बिष्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।