अल्मोड़ा में इसलिए नाराज हैं लोक कलाकार, प्रशासन के ​​खिलाफ कर रहे हैं धरना प्रदर्शन, दी है प्रदेश स्तरीय आंदोलन की चेतावनी

उत्तरा न्यूज डेस्क
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अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में प्रस्तावित अल्मोड़ा महोत्सव के शुरू होने से पूर्व ही विवाद होना शुरू हो गया है इस बार यह विवाद महोत्सव से जुड़े कलाकारों की उपेक्षा को लेकर   शुरू हुआ है। कलाकारों का कहना है कि अल्मोड़ा महोत्सव में कलाकारों को दोहरे नजरिये से देखा जा रहा है। यहां बाहर से आने वाले कलाकारों को मानदेय के रूप में बड़ी धनराशि दी जा रही है वहीं स्थानीय लोककलाकारों को निशुल्क कार्यक्रम करने को कहा जा रहा है जो स्थानीय कलाकारों का अपमान है और इस पक्षपात के खिलाफ लोक कलाकार जरूरत पड़ने पर प्रदेश स्तरीय आंदोलन किया जाएगा। कलाकार लगातार दूसरे दिन चौघानपाटा में धरना दिया और कलाकारों की प्रतिभा को दोहरे नजरिए से देखने की प्रशासन की योजना का खिलाफत करने का ऐलान किया। कलाकारों से स्पष्ट किया कि वह हमेशा निशुल्क कार्यक्रम प्रस्तुत करने को तैयार हैं लेकिन प्रशासन को उनकी आजीविका और भरण पोषण का जिम्मा उठाना होगा। इस मौके पर इस मौके पर लोक कलाकार आशीर्वाद गोस्वामी,महासचिव गोपाल चम्याल, विमला बोरा, देवेन्द्र भट्ट, नरेश बिष्ट, विनोद कुमार, रितिक नयाल, गौरव जोशाल, गीता सिराड़ी, ललित पांडे, महेन्द्र महरा, विक्रम सिंह,शेखर, गोकुल सिंह, भाष्कर साह भानु, कमलेश कनवाल, रेखा पूना, ममता वाणी, किरन बिष्ट, भावना नगरकोटी, विनीत बिष्ट, मनीष जोशी आदि कलाकार मौजूद रहे।

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