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अल्मोड़ा:07 अप्रैल— कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौर में पूरा देश लॉक डाउन हैं। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में ताला लगा हुआ है।
होटल(hotel) रेस्टोरेंट जैसे पर्यटन आधारित व्यवसाय प्रभावित होने लगे हैं। ऐसे में भी कई ऐसे लोग भी हैं जो महामारी के दौर में व्यवसाय की परवाह किए बगैर जनसेवा में जुटे हैं।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए किए गए लॉक डाउन में भले ही लोग घरों में रहने को मजबूर हों या बोर होने की बात कर रहे हों लेकिन अल्मोड़ा में कई लोग कोरोना योद्धा के रुप में सामने आ रहा है।
इसमें कई व्यक्तिगत रूप से प्रयास कर रहे हैं तो कई संस्थागत रूप से इस कार्य में सहयोग दे रहे हैं।
अल्मोड़ा के शिखर होटल(hotel) भी इस दौर में एक बड़ा सहयोगी बन कर सामने आया है। इस संस्थान ने पहले अपने होटल को पहले क्वारेंटीन के लिए प्रशासन को दिया इसके बाद होटल स्टाफ लोगों की सेवा में भी लग गया है।
जो लोग फंसे है उन्हें निशुल्क होटल में ठहराकर रहने और खाने की व्यवस्था कर रहा है।
इसके साथ ही इस होटल का स्टॉफ पुलिस प्रशासन और अन्य कोरोना योद्धाओं को चाय बिस्कुट भी सड़कों में जाकर बॉट रहा है।
यहां यह बताते चले कि अल्मोड़ा में कई लोग हैं जो व्यक्तिगत रूप से इस वैश्विक लड़ाई में अपना योगदान दे रहे हैं। कुछ राहगीरों को भोजन और चाय बांट रहे हैं तो कुछ बेजुबान जानवरो को दानापानी खिलाकर उनके प्राण बचा रहे हैं।
कई लोग कोरोना की लड़ाई में आर्थिक सहयोग भी दे रहे हैं। इन सबके बीच होटल शिखर का पूरा स्टॉफ एक प्रकार से कोरोना की लड़ाई को पटकनी देने के लिए पूरी तरह सहयोगी के रूप में सामने आया है।
