गैरसैंण(Gairsain) को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बाद सीएम ने पेयजल व्यवस्था की प्लानिंग के लिए अफसरों को दिए निर्देश

UTTRA NEWS DESK
2 Min Read

गैरसैंण (Gairsain) में चौरड़ा झील की टेंडर प्रक्रिया जल्द होगी शुरू

new-modern

चमोली(गैरसैंण) 06 मार्च 2020
सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार यानि आज गैरसैंण (Gairsain) में बनने वाली चौरड़ा झील का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान सीएम ने अफसरों को निर्देश दिये कि गैरसैंण
(Gairsain) में पेयजल की व्यवस्थाओं के लिए सुनियोजित प्लानिंग की जाय। ग्रीष्मकालीन राजधानी बनने के बाद गैरसैंण (Gairsain) एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों में सम्भावित आबादी वृद्धि के अनुरूप पेयजल की व्यवस्था की जानी है।

prakash ele 1

सीएम ने कहा कि रामगंगा पर जो चौरड़ा झील बनायी जा रही है, 2070 तक 31 हजार की आबादी को पेयजल उपलब्ध करायेगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि रामगंगा पर बनने वाले बांध का डिजायन इस तरह तैयार किया जाये कि भविष्य में इससे पेयजल की क्षमता में और वृद्धि हो सके।

उन्होंने कहा कि इस झील का निर्माण पूर्ण होने से गैरसैंण (Gairsain), भराड़ीसैंण एवं उनके आस-पास के क्षेत्रों में पूर्ण ग्रेविटी का जल उपलब्ध होगा। गैरसैंण (Gairsain) में पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था हो इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को अन्य विकल्प भी तलाशने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बांध की टेंडर प्रक्रिया अप्रेल 2020 में की जायेगी। उसके बाद जल्द कार्य भी शुरू कर दिया जायेगा।

इस अवसर पर विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, मुन्नी देवी शाह, राज्य स्तरीय पेयजल अनुश्रवण समिति के उपाध्यक्ष रिपुदमन सिंह रावत, सचिव पेयजल डॉ. भूपेन्द्र कौर औलख, जिलाधिकारी चमोली स्वाति भदौरिया एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।

medical hall
aewasiya vishvvidhyalaya
GAIL Ad Hindi 1 1