Holi- ‘जनता नेता भरोसे झन करिया’ – उत्तरा न्यूज़ विशेष

Newsdesk Uttranews
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उत्तरा न्यूज़ द्वारा प्रस्तुत यह अनोखी कुमाऊनी होली, टीम के सहयोगी ललित गहतोड़ी द्वारा रचित है। हमारी प्राचीन धरोहर के रूप में होली का बड़ा महत्त्व रहा है। हमारी पहचान, हमारी सांस्कृतिक विरासत ही हैं जिसकी सहायता से हम दूर देश में भी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। ऐसा ही एक त्योहार है होली; रंगों की होली, ठिठोली की होली, हास परिहास की होली, सामुहिक मिलन की होली। प्रस्तुत है ऐसी ही एक काव्य रचना (इस प्रस्तुति का उद्देश्य मात्र हंसी ठिठोली है)

बुरा ना मानो “होली” है…. फाल्गुनी फुहारेंं

करिया… करियो …

अच्हांरे… जनता नेता भरोसो झन करिया
करियो आपन जुगाड़ जनता… नेता भरोसो झन करिया ।।टेक।।

उजले वस्त्र काला चश्मा।।२।। मीठी लगन लगाय जनता नेता भरोसो झन करिया… करियो …

साम दाम और दंड के ज्ञाता।।२।। अपने भेद छुपाया जनता नेता भरोसो झन करिया… करियो…

ख्वाब दिखावैंगे रंगे महलके।।२।। खाली समय गंवाय जनता नेता भरोसो झन करिया… करियो …

जनता का यह हक मार जावै।।२।। अपने घूमे कार जनता नेता भरोसो झन करिया… करियो …

पांच साल में रंक से राजा।।२।। जनता मूरख गंवार जनता नेता भरोसो झन करिया… करियो …