भारतीय रिजर्व बैंक ने कुछ दिन पहले सभी बैंकों को एटीएम में सौ और दो सौ के नोट ज्यादा रखने के निर्देश दिए थे। इसी दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र सरकार से अपील की है कि अब पांच सौ का नोट बंद कर देना चाहिए। इसके बाद से ही आम लोगों के बीच हलचल मच गई है। हर कोई यही सोच रहा है कि क्या वाकई में पांच सौ का नोट बंद होने वाला है। अगर हां तो क्या ये अचानक होगा या सरकार इसके लिए समय देगी।
टीवी9 के मनीष इकॉनमी शो में जब एक बैंकिंग एक्सपर्ट से यही सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक की ओर से इसकी तैयारी पहले से चल रही है। बैंकों को निर्देश दिए जा चुके हैं कि वो एटीएम में सौ और दो सौ के नोट पर्याप्त मात्रा में रखें। साथ ही रिजर्व बैंक इन नोटों की छपाई भी बढ़ा रहा है ताकि अगर पांच सौ के नोट को बंद करने का फैसला लिया जाता है तो जनता को परेशानी न हो। जैसे दो हजार के नोट के मामले में लोगों को पूरा समय दिया गया था ठीक उसी तरह की प्रक्रिया पांच सौ के नोट के साथ भी अपनाई जा सकती है।
बैंकिंग एक्सपर्ट ने ये भी कहा कि अभी तक ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है कि नोटों को अचानक बंद कर दिया जाएगा। रिजर्व बैंक की तरफ से कोई भी फैसला आता है तो पहले उसके बारे में जनता को जानकारी दी जाएगी। लोगों को समय मिलेगा ताकि वो अपने पास मौजूद नोटों को बैंक में जमा कर सकें या किसी और तरीके से बदल सकें। साथ ही अगर भविष्य में ऐसा कोई आदेश आता है तो बैंकों से ये भी कहा जा सकता है कि पांच सौ के नए नोट को एटीएम में न डालें और ना ही बाजार में सर्कुलेट करें।
फिलहाल जो नोट बैंकिंग सिस्टम में मौजूद हैं उनका उपयोग जारी रहेगा। अगर कोई नोट इकोनॉमी में इस्तेमाल नहीं हो रहा और बैंक में जाकर जमा हो रहा है तो उसका असर सीधा देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ता है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। अगर कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा तो उसके लिए पूरा समय मिलेगा ताकि आम आदमी को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
