JN.1 वैरिएंट की एंट्री से बढ़ी चिंता, उत्तराखंड सरकार ने सभी जिलों को किया अलर्ट

देश में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दी है और इस बार इसका नया वैरिएंट JN.1 सामने आया है, जो हाल ही में सिंगापुर,…

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देश में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दी है और इस बार इसका नया वैरिएंट JN.1 सामने आया है, जो हाल ही में सिंगापुर, हांगकांग सहित कई देशों में तेज़ी से फैला है। अब यही वैरिएंट भारत में भी पहुंच चुका है। हालांकि वर्तमान में हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो अब भी सतर्कता बेहद ज़रूरी है।

महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों में कोरोना के नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। इसी के चलते उत्तराखंड में भी स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है।

उत्तराखंड की स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. सुनीता टम्टा ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि फिलहाल राज्य में कोरोना का कोई भी मामला दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन पहले के अनुभवों को देखते हुए किसी भी तरह की लापरवाही की गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।

स्वास्थ्य सचिव आर. राजेश कुमार ने बताया कि अभी उत्तराखंड में कोरोना का कोई केस नहीं मिला है, लेकिन देश के अन्य हिस्सों में बढ़ते मामलों को देखते हुए हर स्तर पर सतर्कता बरती जा रही है। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि जनता को घबराने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता बेहद अहम है।

सरकार ने प्रदेश में सर्विलांस सिस्टम को और मजबूत करने का निर्णय लिया है। यदि किसी व्यक्ति में कोरोना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो उसकी जांच की जाएगी और यदि सैंपल पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे होल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। साथ ही, सारी जानकारी आईडीएसपी पोर्टल पर अपडेट करना अनिवार्य होगा।

फिलहाल राज्य में स्थिति पूरी तरह सामान्य है, लेकिन सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती। इसी वजह से पूरी तैयारी के साथ आगे बढ़ा जा रहा है, ताकि किसी भी संभावित खतरे से समय रहते निपटा जा सके।