बलिया से एक दहला देने वाली वारदात सामने आई है जहां एक महिला ने अपने ही पति की जान ले ली और फिर उसके शव को छह टुकड़ों में काटकर नदी किनारे फेंक दिया। यह पूरा मामला प्यार के उस अंधेपन की मिसाल बन गया है जो इंसान को हैवान बना देता है।
घटना बलिया के कोतवाली इलाके की है। यहां रहने वाली माया देवी का किसी अनिल यादव नाम के शख्स से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस रिश्ते में रुकावट बना उसका पति देवेंद्र कुमार जो सेना के BRO विंग से रिटायर्ड था। पुलिस को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक माया ने प्रेमी के साथ मिलकर पहले तो पति की हत्या की और फिर उसके शव को छह टुकड़ों में काट दिया। बाद में इन्हें घाघरा नदी के किनारे फेंक दिया गया।
हत्या के बाद माया देवी खुद थाने पहुंची और अपने पति की गुमशुदगी की तहरीर दर्ज कराई। उसने पुलिस को बताया कि उसका पति बिहार के बक्सर रेलवे स्टेशन से बेटी को लेने गया था और लौट नहीं पाया। उसका फोन भी बंद आ रहा है। पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज कर लिया और तलाश शुरू कर दी।
इसी बीच 10 मई को सिकंदरपुर इलाके में नदी किनारे कटे हुए हाथ और पैर मिले। फिर दो दिन बाद पास के ही एक कुएं से एक धड़ बरामद हुआ। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि ये शव उसी देवेंद्र कुमार का है जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसके बाद शक की सुई माया देवी पर टिक गई।
पुलिस ने जब माया से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सब कुछ कबूल कर लिया। बताया गया कि हत्या में उसका प्रेमी अनिल यादव और उसके दो दोस्त सतीश यादव और एक बोलेरो चालक मिथलेश भी शामिल थे। चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में यह भी बताया कि देवेंद्र का सिर उन्होंने नदी में फेंक दिया है। फिलहाल गोताखोरों की मदद से सिर की तलाश की जा रही है।
देवेंद्र की बेटी ने 12 मई को शव की पहचान के बाद बलिया कोतवाली में अपनी मां माया देवी और उसके प्रेमी अनिल यादव समेत चारों आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है। पुलिस अब पूरे मामले की तह तक जाकर कार्रवाई में जुटी है।
