भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत ने जो जवाबी कार्रवाई की है, उसने पाकिस्तान को पूरी तरह हिला कर रख दिया है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों पर जिस तरह से लगातार हमले किए हैं, उसका असर यह हुआ कि पाकिस्तान ने गुरुवार रात कई मोर्चों से जवाबी हमलों की कोशिश की, लेकिन हर बार उसे नाकामी ही हाथ लगी।
चंडीगढ़ में हालात तब अचानक बदल गए जब वायुसेना स्टेशन पर संभावित हवाई हमले की आशंका जताई गई। इसके तुरंत बाद पूरे शहर में सायरन बजा दिए गए। प्रशासन ने लोगों से स्पष्ट कहा कि वे अपने घरों में रहें और बालकनी या छत पर न जाएं।
उधर, पाकिस्तान की इन हरकतों के चलते जम्मू, पंजाब और अन्य सीमावर्ती इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। एहतियातन स्कूल-कॉलेज अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं और आपात सेवाओं को पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया है।
पाकिस्तान की ओर से जम्मू, पठानकोट और जैसलमेर जैसे संवेदनशील इलाकों में ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की गई। मगर भारत ने पहले से तैनात एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम के ज़रिए एक के बाद एक सभी हमलों को हवा में ही नाकाम कर दिया।
इसके बाद भारतीय वायुसेना ने जबर्दस्त पलटवार किया और पाकिस्तान के दो फाइटर जेट – एक एफ-16 और एक जेएफ-17 – को निशाना बनाकर मार गिराया। इस कार्रवाई ने पाकिस्तान की हवाई ताकत की हकीकत सबके सामने ला दी।
समुद्र में भी भारत ने अपनी ताकत दिखाई। भारतीय नौसेना ने अरब सागर से एक रणनीतिक सैन्य ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान के कई अहम ठिकानों को निशाना बनाया। इस्लामाबाद और लाहौर में देर रात जोरदार धमाकों की आवाजें सुनाई दीं, जो इस जवाबी कार्रवाई का हिस्सा बताई जा रही हैं।
इतना ही नहीं, पाकिस्तान के बहावलनगर इलाके में भी ड्रोन हमले किए गए, जहां हाल ही में आतंकी गतिविधियों के संकेत मिले थे। यह इलाका लंबे समय से आतंकवादियों का अड्डा माना जाता है।
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब वह किसी भी आतंकी कार्रवाई या उकसावे का जवाब सीमित दायरे में नहीं, बल्कि निर्णायक स्तर पर देगा। ऑपरेशन सिंदूर 2.0 इसी नए रुख की तस्वीर है।
