उरई कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रेवा निवासी राहुल वेल्डिंग का काम करके अपने परिवार का भरण पोषण करता है। वह पत्नी रन्नो व पांच वर्षीय बेटी कशिश व नव्या के साथ शादी समारोह में शामिल होने के लिए ग्राम सोमई गया था।
शादी समारोह संपन्न होने के बाद वह शाम को अपने घर लौट आया। इसी दौरान जैसे ही वह शहर के झांसी रोड पर पहुंचा तो बाइक में आगे बैठी बेटी कशिश को भूख लगने लगी। इसके बाद राहुल ने सड़क के किनारे बाइक रोकी और बच्ची को एक दुकान पर ले गया और उसे नमकीन दिला दी।
घर आने पर वह नमकीन खाने लगी। इसी दौरान नमकीन के पैकेट में निकलने वाले इनामी गुब्बारे को भी कशिश गलती से खाते समय निगल गई। कुछ ही देर में वह रोने लगी और मां को बताया कि उसे सांस लेने में परेशानी हो रही है, जिस पर मां रन्नो ने मुंह में टार्च लगाकर देखा तो उन्हें कुछ फंसा हुआ दिखाई दिया।
जिसके बाद उसने चिमटी के सहारे से उसे निकालने का प्रयास किया लेकिन वह सफल नहीं हुई।
इस पर राहुल तुरंत बच्ची को मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी में ले गया। जहां पर डॉक्टरों ने एंडोस्कोपी कर देखा तो गले में गुब्बारा फंसा हुआ था। जब तक डॉक्टर गुब्बारा बाहर निकालते मासूम की मौत हो चुकी थी।
बच्ची की मौत के बाद पिता राहुल व मां रन्नो का रो रोकर बुरा हाल हो गया। बाद में पिता ने बगैर पुलिस को सूचना दिए पुत्री का अंतिम संस्कार कर दिया।
